अंबेडकर नगर
प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत परिषदीय उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में जिले के चयनित पीएम श्री विद्यालयों को जूडो-कराटे प्रशिक्षण किट खरीदने के लिए पांच-पांच हजार रुपये की धनराशि जारी की गई है। इस पहल से विद्यालयों की छात्राएं आत्मरक्षा में दक्ष बनेंगी और उनमें आत्मविश्वास का संचार होगा।
जिले के 10 पीएम श्री विद्यालयों का चयन इस योजना के तहत किया गया है। इसके पूर्व आठ विद्यालयों को पहले चरण में चयनित किया गया था। हालांकि, उनको किट खरीदने के लिए अभी तक धनराशि नहीं भेजी गई, लेकिन दूसरे चरण में सूचीबद्ध स्कूलों को जूडो-कराटे प्रशिक्षण किट खरीदने के लिए धनराशि उपलब्ध कराई गई है। विद्यालयों में छठवीं से आठवीं तक की छात्राओं को लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण योजना के तहत यह विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। जूडो-कराटे प्रशिक्षण के लिए आवश्यक सामग्री जैसे किक पैड, क्रोचर पैड, हैंड गार्ड, चेस्ट गार्ड और एड़ी सपोर्टर खरीदने के निर्देश दिए गए हैं।
इन विद्यालयों में दिया जाएगा प्रशिक्षण
कंपोजिट विद्यालय अहिरौली रानीमऊ, जहांगीरगंज
कंपोजिट विद्यालय वीरखेत, जहांगीरगंज
कंपोजिट विद्यालय जलालपुर
कंपोजिट विद्यालय सोनगांव, जलालपुर
कंपोजिट विद्यालय लोहराम बरामदपुर, कटेहरी
कंपोजिट विद्यालय मंशापुर, कटेहरी
कंपोजिट विद्यालय लखनीपट्टी, रामनगर
कंपोजिट विद्यालय मादरमऊ, रामनगर
कंपोजिट विद्यालय सूरापुर, टांडा
कंपोजिट विद्यालय खासपुर, टांडा
छात्राओं के लिए बड़ा अवसर
शिक्षकों का कहना है कि पीएम श्री योजना के तहत जिले के विद्यालयों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण को लागू करना सरकार की एक सकारात्मक पहल है। इससे न केवल छात्राएं शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनेंगी, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने में भी योगदान मिलेगा। यह कदम बेटियों को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
जल्द शुरू होगा प्रशिक्षण
10 पीएम श्री विद्यालयों में जूडो-कराटे सिखाए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। सामग्री खरीद के लिए धनराशि मिल गई है। पहले चरण में चयनित विद्यालयों को पांच-पांच हजार रुपये भेजे गए हैं। जल्द प्रशिक्षण शुरू होगा और छात्राएं आत्मरक्षा में दक्ष बनेंगी। – भोलेन्द्र प्रताप सिंह, बीएसए