
*खरतरगच्छाधिपति का बाड़मेर नगर प्रवेश 11 फरवरी को होगा*
*होर्डिंग व बैनरों से सज रहा बाडमेर शहर, हजारों गुरूभक्त करेेगे शिरकत*
*आचार्यश्री 16 फरवरी को प्रतिष्ठा व दीक्षा महोत्सव में निश्रा प्रदान करेंगे*
बाडमेर 05 फरवरी। स्थानीय मोक्ष मार्ग पर स्थित केयुप भवन में नवनिर्मित मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय, दादावाड़ी व पांच मुमुक्षुओं की दीक्षा के कार्यक्रम में निश्रा देने हेतु परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवन्त श्री जिन मणिप्रभसूरीश्वर जी म.सा. सहित साधु-साध्वी भगवंत थार नगरी बाड़मेर नगर में 11 फरवरी को भव्य सोमेया के साथ प्रवेश करेंगे। उनका नगर प्रवेश का जुलुस कल्याणपुरा पाश्र्वनाथ जिनालय महावीर चोक से सुबह 9 बजे रवाना होगा जो शहर के मुख्य मार्गो से होता हुआ मोक्ष मार्ग स्थित कोटड़िया नाहटा ग्राउण्ड पहुंचेगा जहां ये जुलुस धर्मसभा में परिर्वतित हो जायेगा। धर्मसभा को आचार्यश्री का विशेष प्रवचन संयम जीवन से कैसा होगा भव पार पर रहेगा। श्री प्रतिष्ठा व दीक्षा महोत्सव समिति के संयोजक जगदीशचन्द भंसाली पाली व सह संयोजक सम्पतराज धारीवाल सनावड़ा ने बताया कि आचार्य भगवन्त आदि ठाणा-माण्डवला से विहार कर सायला, सिणधरी, सरणू, चवा, रावतसर होते हुवे बाड़मेर नगर मे पधार रहे है। मरुधरा की शीतल भूमि बाड़मेर आगमन से जैन समाज मे हर्ष एव खुशी की लहर है। पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवन्त के स्वागत सौमेया शोभा यात्रा में ऊंट, घोड़ा, बेंड, ढोल, मंगल कलश लिए रंगीन परिधानों से सजी विविध मंडलो की बहने, महिलाये, विविध झांकिया, बालिका मण्डल, युवा मंडल,सहित अन्य कई कार्यक्रम आकर्षक के केंद्र होंगे। समिति के सह संयोजक मदनलाल मालू कानासर व केयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश लूनिया ने बताया कि कल्याणपुरा मन्दिर से लेकर मोक्ष मार्ग के बीच पुरे शहर के मार्ग को स्वागत के प्रवेश द्वार, तोरण स्वागत, होर्डिंग बोर्ड, बेनर,जैन धर्म ध्वज पताका से सजाने की तैयारिया जोर-शोर से चल रही है। आचार्यश्री के मंगल प्रवेश के पावन प्रसंग पर जिले सहित देश भर से गुरु भक्त एव प्रवासी बाड़मेर के जैन बंधु बाड़मेर पधार रहे है। देश भर से जैन समाज एव खरतरगच्छ की कई प्रमुख हस्तियों के बाड़मेर पहुचने की संभावना है। केयूप सचिव केवलचन्द छाजेड़ के ने बताया कि आचार्य श्री के नगर प्रवेश पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन होगा, नगर प्रवेश के बाद महोत्सव समिति द्वारा मोक्ष मार्ग पर संघ स्वामीवात्साल्य का आयोजन रखा गया है। लूणिया ने बताया कि आचार्यश्री पावन निश्रा में 12 फरवरी से 17 फरवरी तक पंचान्हिका महोत्सव का आयोजन होगा। पंचान्हिका महोत्सव के कार्यक्रम के तहत 12 फरवरी से 14 फरवरी तक कई धार्मिक अनुष्ठान, 15 फरवरी को परमात्मा व मुमुक्षुओं का वर्षीदान का भव्य वरघोड़ा व 16 फरवरी को जीवणमल, नेमीचन्द, बाबुलाल-शांतिदेवी, भरत छाजेड़ परिवार बाड़मेर-मुम्बई द्वारा निर्मित जिनमन्दिर व दादावाड़ी की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा व कुशल वाटिका में पांच मुमुक्षुओं की दीक्षाओं का कार्यक्रम होगा। उसी दिन कुशल वाटिका में पुरे भारत भर के संघों को चातुर्मासों की घोषणा होगी।