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सहारनपुर, 9 फरवरी 2025 – सहारनपुर विकास प्राधिकरण (एसडीए) के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की लोकायुक्त जांच तेज हो गई है।

नजूल भूमि पर होटलों के अवैध निर्माण मामले में एसडीए अधिकारियों पर लोकायुक्त की जांच तेज

नजूल भूमि पर होटलों के अवैध निर्माण मामले में एसडीए अधिकारियों पर लोकायुक्त की जांच तेज

 

लोकायुक्त ने शिकायतकर्ता को लखनऊ तलब किया, जल्द हो सकती है कड़ी कार्रवाई

 

सहारनपुर, 9 फरवरी 2025 – सहारनपुर विकास प्राधिकरण (एसडीए) के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की लोकायुक्त जांच तेज हो गई है। शिकायतकर्ता अब्दुल खालिद द्वारा दिए गए सबूतों के आधार पर लोकायुक्त उत्तर प्रदेश, लखनऊ ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए जांच को आगे बढ़ा दिया है।

 

क्या है पूरा मामला?

 

मिली जानकारी के अनुसार, सहारनपुर विकास प्राधिकरण (एसडीए) के जोन-9 अंतर्गत रेलवे रोड पर नजूल भूमि पर बिना स्वीकृत मानचित्र के अवैध रूप से होटल निर्माण कराए गए थे। इसके अलावा, कुछ होटलों का निर्माण स्वीकृत मानचित्रों के विपरीत भी पाया गया। इस घोटाले को उजागर करते हुए शिकायतकर्ता अब्दुल खालिद ने सहारनपुर विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी।

 

जांच में क्या निकला सामने?

 

लोकायुक्त द्वारा इस मामले की जांच की जिम्मेदारी मंडलायुक्त, सहारनपुर को सौंपी गई थी। जांच के दौरान पाया गया कि:

 

कई होटल बिना स्वीकृत मानचित्रों के नजूल भूमि पर बने पाए गए।

 

कुछ होटल स्वीकृत मानचित्रों के विपरीत बने, जिससे स्पष्ट होता है कि निर्माण कार्यों में अनियमितता बरती गई।

 

 

मंडलायुक्त ने इस जांच रिपोर्ट को लोकायुक्त कार्यालय भेज दिया, जिसके बाद लोकायुक्त ने मामले को गंभीर मानते हुए शिकायतकर्ता अब्दुल खालिद को पत्र भेजकर लखनऊ बुलाया है। इससे साफ है कि इस मामले में अब अधिकारी जल्द ही कठघरे में खड़े हो सकते हैं।

 

किसके खिलाफ हो रही जांच?

 

भ्रष्टाचार की यह शिकायत सहारनपुर विकास प्राधिकरण (एसडीए) के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंता के खिलाफ की गई है। इन अधिकारियों पर नजूल भूमि पर अवैध निर्माण कराने और नियमों को ताक पर रखकर होटल निर्माण की मंजूरी देने का आरोप है।

 

जल्द हो सकती है कड़ी कार्रवाई

 

लोकायुक्त द्वारा जांच को गंभीरता से लिया जा रहा है, और इस मामले में जल्द ही कड़ी कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही है। यदि अधिकारियों पर लगे आरोप सही पाए गए, तो उनके खिलाफ निलंबन, विभागीय जांच और कानूनी कार्रवाई तक की जा सकती है।

 

शहर में मचा हड़कंप

 

इस खुलासे के बाद सहारनपुर विकास प्राधिकरण और होटल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। यदि जांच आगे बढ़ती है और आरोप साबित होते हैं, तो सहारनपुर में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।

 

शिकायतकर्ता का बयान

 

शिकायतकर्ता अब्दुल खालिद ने कहा, “मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ सबूतों के साथ शिकायत की थी। अब जब लोकायुक्त ने इसे गंभीरता से लिया है, तो उम्मीद है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”

 

अधिकारियों का क्या कहना है?

 

वहीं, एसडीए के कुछ अधिकारियों ने इस मामले पर कोई भी आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया है। हालांकि, प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई तय है।

 

क्या है नजूल भूमि?

 

नजूल भूमि वह सरकारी जमीन होती है, जिसका उपयोग सार्वजनिक कार्यों के लिए किया जाता है। इस भूमि को व्यक्तिगत या व्यावसायिक उपयोग के लिए बिना सरकारी अनुमति के बेचना, खरीदना या उस पर निर्माण करना अवैध होता है।

 

क्या होगा आगे?

 

लोकायुक्त द्वारा मामले की गहन जांच की जाएगी।

 

आरोपी अधिकारियों से जल्द पूछताछ हो सकती है।

 

दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई हो सकती है।

 

 

निष्कर्ष

 

सहारनपुर में नजूल भूमि पर अवैध होटल निर्माण और भ्रष्टाचार के इस मामले ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। लोकायुक्त की जांच अब निर्णायक मोड़ पर है, और यदि शिकायत सही पाई जाती है, तो यह सहारनपुर विकास प्राधिकरण के लिए एक बड़ी प्रशासनिक गड़बड़ी साबित हो सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लोकायुक्त आगे क्या कार्रवाई करता है और क्या भ्रष्ट अधिकारियों पर शिकंजा कसा जाता है।

 

(रिपोर्ट: वंदे भारत लाइव न्यूज़)

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