
सरदारपुर आदिवासी समाज मे जनजागरूकता एवं समाज मे व्याप्त कुरीतियो को लेकर सरदारपुर तहसील के आदिवासी समाज की महापंचायत गुरूवार को सरदारपुर मे मांगलिक भवन मे रखी गई। सर्वप्रथम समाज के महापुरूष टंट्या मामा एवं बिरसा मुण्ड के फोटो पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। क्षैत्रीय विधायक प्रताप ग्रेवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारा आदिवासी समाज प्राकृतिक पुजारी है आदिवासी समाज मे दहेज प्रथा और शराब सबसे बडी कुरीति है आदिवासी समाज दहेज और शराब की वजह से पिछडा हुआ है दहेज प्रथा जैसी कुरीति की वजह से हमारा आदिवासी कर्ज मे डूबता जा रहा है किसी की जमीन गिरवी पडी है तो कोई गुजरात मे मजदूरी कर रहा है हम सभी को मिलकर समाज मे परिवर्तन लाना है जागरूकता लानी है समाज मे दहेज प्रथा एवं शराब की बढती प्रव्रत्ति पर अंकुश जरूरूी है विधायक प्रताप ग्रेवाल ने सरदारपुर तहसील की समस्त ग्राम पंचायत के सरपंच, तडवी, पटेल, कोटवार से आग्रह किया कि ग्राम पंचायत स्तर पर सभी को तय करके बढती दहेज प्रथा कुरीतियो पर अंकुश लगाना है। एसडीएम आशा परमार ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज मे व्याप्त कुरीति को बदलने के लिए हमे संकल्प लेना होगा, पुरानी परम्पराए जो समाज के हित मे नही है उन्हे छोडना होगा तभी आदिवासी समाज आगे बढेगा। एसडीओपी विश्वजीतसिंह परिहार ने संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज मे कुरीति को दूर करने का समय आ गया है हम लेट जरूर हुए है लेकिन हमे समाज मे व्याप्त कुरीतियो को खत्म करने के लिए नई चेतना लाना होगी। राजगढ थाना प्रभारी दीपकसिंह चैहान ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज मे बाल विवाह प्रमुख समस्या है साथ ही भानगडिये की प्रथा को भी समाप्त करना है इसमे सिर्फ समाज का नुकसान है हमे हमारे आसपास के लोगो को जागृत करना है। आयोजित महापंचायत को सरदारपुर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार खन्ना, सरदारपुर न.प. अध्यक्ष मिनाक्षी अर्पित ग्रेवाल, धन्ना डामोर, भुरू खराडी, कैलाश भुरिया, सरदार कटारा, बुधेसिंह भगत, अर्जुन मुनिया, छगन बारिया, महेश डामर, रूपसिंह मचार आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर समाज सुधार हेतु प्रथम बैठक रखने की बात सेमलिया के सरपंच कैलाश भुरिया ने कही। कार्यक्रम मे सरपंच पन्नालाल डामर, कालु गणावा, केकडिया डामोर, विश्राम तडवी, सोहन मेडा, कोदरसिंह पटेल, शांतिलाल डामर, रमेश ग्रेवाल, राजेसिंह भूरिया, भीलसिंह गुण्डिया, आत्माराम सिंगार, मदन मखोड, गोपाल डामर, रडु भुरिया, बनसिंह ग्रेवाल, रिजु मोहनिया, मंगु डोडियार, माना तडवी, मुकेश मेडा, जुवानसिंह वसुनिया, करू डामोर, शांतिलाल कटारा, बगदीराम सिंगार, बाबुलाल ओसारी, सरदार डामर, मोहन डामर सहित सरदारपुर तहसील के विभीन्न ग्रामो के सरपंच, पूर्व सरपंच, तडवी, पटेल, कोटवार, भगत एवं आदिवासी समाजजन शामिल हुए।