
सुरक्षा की दृष्टि एवं उसके अधीन काम कर रहे सिक्योरिटी गार्ड चौकीदारों का हनन शोषण निरंतर जारी है वंदे भारत लाइव टीवी ईश्वर समय-समय पर उनकी समस्याओं से अवगत कराता है आपको बताते चले छिंदवाड़ा बैतूल बालाघाट सिवनी जैसे छोटे जिलों में भी आजकल सुरक्षा एजेंसी एवं मालिक द्वारा सिक्योरिटी गार्ड की नियुक्ति की जाती है नियुक्ति के मापदंड कागजी कर्मही में सभी सुविधाएं दशा देते हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि सिक्योरिटी गार्ड चौकीदारों का हनन शोषण निरंतर जारी है भ्रष्टाचार के लिफ्ट में सुरक्षा सिक्योरिटी गार्ड्स का शोषण तेजी से बढ़ता जा रहा है मूल रूप से उन्हें उतना वेतन भी नहीं दिया जा रहा है इसके अतिरिक्त अन्य कोई सुविधा बीमा कवर श्रम विभाग एवं निजी मालिक द्वारा उन्हें के लिए कोई विशेष नियम नहीं बनाए गए 30 दिन काम करना उनकी मजबूरी बन गई है सरकार एवं नियुक्ति द्वारा उन्हें करती कार्रवाई में शो करके जिला श्रम अधिकारी इस और कभी ध्यान नहीं देते उन्हें भौतिक एवं वास्तविकता निरीक्षण करने की आवश्यकता है इसके अलावा श्रम संगठन जो विभिन्न क्षेत्रों में संगठित करके कर्मचारियों के अधिकार के लिए लड़ते हैं सिक्योरिटी गार्ड संगठन की स्थापना तक नहीं हुई है विभिन्न श्रमिक संगठनों से वंदे भारत लाइव टीवी अपील करता है किसिक्योरिटी गार्ड को भी संगठित जोड़कर उनके मूल अधिकार के लिए लड़ाई लड़ा सके उनके परिवार के भरण पोषण के लिए अतिरिक्त ग्राहक कोष पीएफ कटौती सामूहिक बीमा एवं अन्य सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए तथा उन्हें भी 8 घंटे काम करने का नियम छिंदवाड़ा एवं उसके आसपास में कलेक्टर कार्यालय तथा विभिन्न स्थान सुविधा सिक्योरिटी गार्ड को मिलना चाहिए
निजी क्षेत्र में काम कर रहा है सिक्योरिटी गार्ड रतन मैस्क्युलिन ने बताया है कि मैं लगभग 15 से 20 वर्ष से निरंतर चौकीदार का काम कर रहा हूं समाज एवं स्टाफ की दृष्टि में चौकीदार सिक्योरिटी गार्ड की कोई छल पद नहीं उनके मिलता है तथा उन्हें निम्न दृष्टि से देखा जाता है तथा उनका समय-समय पर कई प्रकार से उनका हनन हो रहा है
वंदे भारत लाइव टीवी के छिंदवाड़ा रिपोर्टर रंजीत डेहरिया नए सिक्योरिटी गार्ड चौकीदार के काम की खबर निरंतर समय-समय पर प्रकाशित करते हैं जिससे कि प्रशासन एवं सोशल मीडिया में जुड़े लोग इस और ध्यान दें उन्होंने अपील की है कि उन्हें भी आज के आधुनिक समय के अनुसार सुविधा मिलना चाहिए तथा 26 दिन रोज कम एवं वेतन वृद्धि भी होनी चाहिए सामूहिक बीमा एवं पीएफ की सुविधा गार्ड चौकीदार को दी जानी चाहिए क्योंकि वह अपनी जान जोखिम में डालकर करोड़ों लाखों रुपए की रक्षा करते हैं फिर भी उनका हनन हो रहा है