
डीडवाना-कुचामन जिले में पर्यावरण की सुरक्षा करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है,अत्यंत हर्ष का विषय है की पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण ‘प्लास्टिक मुक्त अभियान’ की शुरुआत हमारे डीडवाना-कुचामन जिले से हुई हैं।
जिला प्रशासन द्वारा नित नये नवाचार किये जा रहे हैं,नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। यह बात सैनिक कल्याण, राजस्व एवं उपनिवेशन राज्य मंत्री विजयसिंह चौधरी ने गुरुवार को जिला कलक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत की पहल पर शुरू किये गए प्लास्टिक मुक्त अभियान के शुभारंभ के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
जिला प्रशासन द्वारा प्लास्टिक मुक्त अभियान का शुभारंभ गुरुवार को लाडनूं स्थित जैन विश्व भारती संस्थान के सम्पोषणम् भवन में हुआ।
इस अवसर पर राज्य मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि अभियान से आमजन को जोड़कर जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाया जायेगा, इसके लिए सबके साथ की जरूरत है। उन्होंने जिला कलक्टर डाॅ. महेन्द्र खड़गावत द्वारा यह अभियान को शुरू किए जाने की प्रशंसा की और कहा कि डीडवाना-कुचामन जिले में कलक्टर डाॅ. खड़गावत और एसपी ऋचा तोमर की जोड़ी बेहतर प्रशासनिक अधिकारियों की जोड़ी है, जो लगातार नवाचार कर रही है। इस अवसर पर राज्य मंत्री चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए ‘स्वच्छता अभियान’ और हरियालो राजस्थान अभियान की सराहना करते हुए कहा कि सामाजिक बदलाव के लिए यह आवश्यक है।
*जनांदोलन बना तो पूरा प्रदेश होगा प्लास्टिक मुक्त*
कार्यक्रम में जिला कलक्टर डाॅ. महेन्द्र खड़गावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्लास्टिक आज पूरे देश के लिए नासूर बन चुका है। नाले-नालियों का अवरूद्ध होना, पशुओं का बीमार होना, खेती को नुकसान पहुंचना, पर्यावरण को हानि होना आदि दुष्परिणाम इन प्लास्टिक से बनी चीजों से होता है। प्लास्टिक मुक्ति के अभियान का प्रारम्भ लाडनूं शहर से और जैन विश्व भारती से हुआ है,जो एक इतिहास बन जाएगा। जन-जन के सहयोग से यह अभियान जनांदोलन बनेगा और पूरे जिले को प्लास्टिक मुक्त करेगा, फिर पूरे प्रदेश को और बाद में पूरे देश को प्लास्टिक मुक्त कर पाएगा। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि ब्यावर के एक 21 वर्षीय लडके कार्तिक ने जैविक पदार्थों का उपयोग करके प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर यह शत प्रतिशत जैव अपघटनीय उत्पाद तैयार किया है, जो मात्र 6 माह में जमीन में अपघटित हो जाता है। इसके जैविक होने से इसका कोई नुकसान मनुष्य, पशु, वनस्पतियों, जमीन, पर्यावरण को नहीं हो पाएगा। उन्होंने बताया कि कार्तिक ने अपने उत्पाद के स्टार्ट-अप में कैरी बैग तैयार किए हैं, जो प्लास्टिक की कीमत में ही उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
*जनता नवाचार अवश्य अपनाएं*
जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती ऋचा तोमर ने युवा पीढी पर समाज के प्रतिकूल चलने सम्बंधी दोषारोपण करने को ठीक नहीं बताया और कहा कि यह कार्तिक भी एक युवा ही है, यह मात्र 21 साल का बच्चा अपनी पिछली पीढी की गलतियों को सुधारने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रशासन तो मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन जनता का पूरा सहयोग मिलना जरूरी है। जो नवाचार किए जा रहे हैं, मुझे जनता पर भरोसा है कि वे इन नवाचारों को अपनाएंगे। प्लास्टिक मुक्ति की जो मुहिम इस जिले से शुरू की गई है, शीघ्र ही इसके परिणाम सामने आएंगे और हर घर के डस्टबिन तक वे दिखाई देंगे।
*प्लास्टिक मुक्त कैरी बैग का वितरण व बैनर का विमोचन*
इस अवसर पर कार्तिक ने एक पीपीटी का प्रदर्शन किया। इसमें प्लास्टिक के नुकसान और समाज में लाए जाने वाले बदलाव को प्रदर्शित किया गया। साथ ही कार्तिक ने अपने बनाए जैविक कैरी बैग का वितरण व उसका परीक्षण भी प्रस्तुत किया। उन्होंने डीसीएम टेस्ट में प्लास्टिक बैग और जैविक बैग दोनों को केमिकल में घोल कर दिखाया। प्लास्टिक उसमें नहीं घुल पाया, जबकि जैविक बैग तत्काल उसमें घुल गया। कार्यक्रम में प्लास्टिक के विकल्प सम्बंधी प्रोडक्ट कैरी बैग के बैनर का विमाचन भी अतिथियों द्वारा किया गया। प्लास्टिक मुक्त कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष रावत खां, जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बच्छराज दूगड़, जैन विश्व भारती के परिसर प्रभारी धर्मचंद लूंकड़, करणीसिंह आदि मंचस्थ रहे।
इस अवसर पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगा झंडों का वितरण भी किया गया और उनका प्रदर्शन करते हुए तिरंगा का गुणगान किया गया।
*हरियालो राजस्थान के तहत किया गया पौधारोपण*
इस अवसर पर जैन विश्व भारती परिसर में वृक्षारोपण किया गया। राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी, जिला कलक्टर डाॅ. महेन्द्र खड़गावत, पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर एवं अन्य लोगों ने मिलकर वृक्ष लगाए। जैन विश्व भारती ने 11 हजार पेड़ लगाने का संकल्प ले रखा है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल, तहसीलदार अनिरूद्ध देव पांडेय, नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी भवानी शंकर व्यास, पार्षद सुमित्रा आर्य, मारवाड़ चैम्बर ऑफ काॅमर्स के अध्यक्ष सुशील पीपलवा, एवं व्यापारी, जन प्रतिनिधि, शिक्षक, विद्यार्थी आदि उपस्थित रहे।