A2Z सभी खबर सभी जिले कीताज़ा खबर

फर्जी दस्तावेज से करोड़ों का लोन तहसीलदार समेत 28 पर मुकदमा

फर्जी दस्तावेज से करोड़ों का लोन तहसीलदार समेत 28 पर मुकदमा

• उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने की थी फर्जीवाड़े की एंटी करप्शन टीम से शिकायत

जांच के बाद टीम ने की कार्रवाई

▶ 2 टूक संवाददाता

बरेली। उत्तर प्रदेश खादी एंव ग्रामोद्योग बोर्ड के तहत बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिले में छह ग्रामोद्योग संस्थानों के पदाधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ो रुपये का ऋऋटा हासिल किया और धन का दुरुपयोग किया। उत्तर प्रदेश खादी तथा गामोद्योग बोर्ड लखनऊ ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। उसके बाद मामले की जांच के बाद भ्रष्टाचार निवारण सगंठन (एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन) ने 28 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें तहसीलदार से लेकर लेखपाल तक शामिल हैं।

भ्रष्टाचार निवारण संगठन की बरेली इकाई द्वारा की गई जांच में पता चला कि इन संस्थानों ने गलत तरीके से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना। फर्जी भूमि अभिलेख और अन्य प्रपत्रों के जरिए ऋऋण स्वीकृत करवाए गए। इन संस्थानों के पदाधिकारियों ने धनराशि का उपयोग निर्धारित उद्देश्यों के बजाय अन्य कार्यों में किया। जांच में जिन सस्थानों केनाम सामाने आए हैं, उनमें गायत्री ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सगीर ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सीमा ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, स्वास्तिक ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, शुक्ला गुड़ खंडसारी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, और जेएमडी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान

जांचकर्ताओं पर भी गिरी गाज

जांच में यह भी पाया गया कि भूमि अभिलेखों की जांच करने वाले तहसील औन अन्य विभागीय कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी का सही निर्वहन नहीं किया। इन कर्मियों पर फर्जी प्रपत्रों को सत्यापित करने का आरोप है। उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

यह था मामला

त्रिस्तरीय समिति द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि इन संस्थानों ने आधारहीन दस्तावेजों के सहारे ऋष्टा लिया। जब इस मामले को मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने गंभीरता से लिया, तो इसे भ्रष्टाचार निवारण संगठन को सौंप दिया गया।

जांच में सभी आरोप सही पाए गए हैं। भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली इकाई से संबंधित आरोपियों के खिलाफ अभियो पंजीकृत कर लिया गया है। मामले की विचेचना शुरु हो चुकी है।

इनके खिलाफ हुई रिपोर्ट दर्ज

शिकायत मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली इकाई ने जांच की। जिसके बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली इकाई के निरीक्षक प्रवीन सान्याल ने रागिनी वर्मा पत्नी अविनाश वर्मा निवासी सुरेश शर्मा नगर, नीरज श्रीवास्तव पुत्र केएम श्रीवास्तव निवासी अयोध्यागंज ऊँझा, उझानी बदायूं, विशाल सेठ एसपी सेठ बिहारीपुर, चद्र प्रकाश शर्मा निवासी जोशी टोला भूड़ तहसील बहेड़ी, तकमील अहमद पुत्र जमीन अहमद निवसी टाडा 8 बिस्वा रिछा बहेड़ी, सगीर अहमद पुत्र अब्दुल मलिक निवासी परगमा रिछा तहसील बहेड़ी, कुमार तबस्सुम पुत्री हैदर खान टांडा आठ बिस्वां पोस्ट कोतवाली, इलियास खां पुत्र सुलेमान खांन निवासी गोविदंनगर प्रेमनगर, आफताब बेगम पत्नी मुहम्मद बेग गांव व पोस्ट करवा जहानाबाद कोतवाली बरेली, मोहम्मद वासिल खां पुत्र अहमद मिया खां कांकर टोला थाना बारादरी, बरकत अली पुत्र नक्शे अली निवासी ग्राम सनईया रानी मेवा कुवर सीबीगंज, मनोज कुमार पुत्र सतीश कुमार निवासी मोहल्ला चाहवाई प्रेमनगर, रूपेश कुमार पुत्र वीएस श्रीवास्तव निवासी सुभाषनगर, अन्शु जौहरी पुत्र सतीश कुमार जौहरी निवासी कोहाड़ापीर प्रेमनगर, मालती शुक्ला पत्नी डीपी शुक्ला निवासी परा फरीदपुर, अतुल कुमार शुक्ला पुत्र धर्म प्रकाश शुक्ला निवासी मौहल्ला परा कस्बा थाना फरीदपुर, आलोक शुक्ला पुत्र धर्म प्रकाश शुक्ला निवासी कुवंर बहादुर शुक्ला निवासी मौहल्ल परा कस्बा थाना फरीदपुर, मौहम्मद रफीक छोटे खां निवासी कंजादासपुर थाना इज्जतनगर, ममता साहनी पत्नी कमल साहनी निवासी नई बस्ती नरकुलागंज प्रेमनगर, बलवीर सिंह पुत्र सुखबीर सिंह निवासी संजय नगर थाना बारादरी, जहीर खां पुत्र सुलेमान खां निवासी सनईया रानी सीबीगंज, नरेंद्र कुमार नायब तहसीलदार चौबारी, सगीर ग्रामोद्योग सेवा, संस्थान ग्राम टांडा 8 विकास, रिछा कोतवाली, लेखपाल नाजिम मिया रिछा बरेली, मोहम्मद अख्तर सनईया रानी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान रजऊ परसपुर फरीदपुर, मोहम्मद शफीक गुड खाण्डसरी ग्रामोद्योग संस्थान फरीदपुर, महेंद्र कुमार नरकुलागंज प्रेमनगर, महेश चंद्र पंत रजिस्ट्रार कार्यालय, थाना कोतवाली के खिलाफ मुकदजा दर्ज कराया गया है।

शामिल हैं। इन संस्थानों के कुल 22 पदाधिकारियों पर धोखाधड़ी की धारा

420 व 409 का मामला दर्ज किया गया है।

Back to top button
error: Content is protected !!