सहारनपुर: विकास प्राधिकरण क्यों हो जाता है अवैध निर्माण के सामने बेबस?
सहारनपुर: विकास प्राधिकरण (SDA) पर कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर जब बात अवैध निर्माण की आती है। जिले में हाल ही में जोन 2 के चौकी सराय खलीफा क्षेत्र में एक अवैध मार्किट का निर्माण तेजी से किया गया, लेकिन विभाग ने इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। यह सवाल उठता है कि जब छोटे-छोटे निर्माणों पर तुरंत कार्रवाई हो जाती है, तो बड़े अवैध निर्माणों को लेकर विकास प्राधिकरण क्यों चुप्प है?
अवैध निर्माण की सच्चाई
स्रोतों से मिली जानकारी के मुताबिक, चौकी सराय खलीफा होटल के पास एक पूरी मार्किट बिना किसी अनुमति के तैयार कर दी गई। जब निर्माणकर्ता से इस बारे में पूछा गया तो उसने साफ तौर पर कहा, “इस मार्किट की सेटिंग मैंने जेई और सुपरवाइजर से कर ली थी। यदि मैं विभाग की सेवा न करता तो शायद विभाग इस पर कोई कार्रवाई करता।” इस बयान से यह सवाल और भी मजबूत हो जाता है कि क्या विभाग सच में अवैध निर्माण को रोकने के लिए इच्छुक है, या फिर कुछ और कारण है?
बड़े निर्माण के सामने विकास प्राधिकरण क्यों बेबस?
यह पहला मामला नहीं है, जब बड़े अवैध निर्माणों के खिलाफ विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। छोटे निर्माणों पर सख्ती दिखाई जाती है, लेकिन बड़े निर्माणों पर यह लचीलापन क्यों बरता जाता है? विभाग का इस लापरवाही पर चुप रहना, कहीं न कहीं सिस्टम की कमजोरी को उजागर करता है।
स्थानीय लोगों का गुस्सा और सवाल
स्थानीय लोग इस मामले में निराश हैं और उन्होंने प्रशासन से सवाल पूछा है कि “अगर यह अवैध निर्माण जानबूझकर कराया गया है, तो विकास प्राधिकरण के अधिकारी क्यों चुप हैं?” अवैध निर्माण करने वालों ने खुलकर कहा कि सभी काम की सेटिंग ‘गांधी जी’ से की जाती है, और जब तक जेब में गांधी जी नहीं होते, तब तक समस्याएं नहीं हल हो सकतीं।
कमिश्नर से कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों ने कमिश्नर साहब से इस मामले को संज्ञान में लेकर विकास प्राधिकरण के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि विभाग इस निर्माण को रोका नहीं जा सकता तो क्या इसका मतलब यह है कि अवैध निर्माण करने वाले लोग सरकार से बड़े और ताकतवर हो गए हैं?
👉 खबर, विज्ञप्ति और विज्ञापन के लिए संपर्क करें:
📞 एलिक सिंह, संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
📞 8217554083