

बिलासपुर। मस्तूरी खूटीघाट हनुमान मंदिर से निकली तीन दिवसीय दंडवत गौ सेवा पदयात्रा बुधवार को बिलासपुर कलेक्ट्रेट पहुँची। ओमेश बीसेंन और विपुल शर्मा के नेतृत्व में निकली इस पदयात्रा का उद्देश्य गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने सहित कुल 11 सूत्रीय मांगों को लेकर था।
यात्रा के समापन पर आंदोलनकारियों ने कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मुख्यमंत्री एवं एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रमुख मांगों में रतनपुर और तखतपुर जैसे गौवंश बाजारों को बंद करने, गौ सेवा धाम के लिए भूमि आवंटन, लापरवाह डॉक्टर राम ओतलवार को निलंबित करने, और 24 घंटे वेटनरी अस्पताल चालू रखने की माँग शामिल है।इसके अलावा विदेशी नस्लों की रोकथाम, गौ मंत्रालय का गठन, गौ तस्करों पर राजद्रोह व फांसी की सजा, और कृत्रिम गर्भाधान पर रोक लगाने जैसी मांगें भी ज्ञापन में रखी गईं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के भीतर मांगे पूरी नहीं हुईं, तो वे जल समाधि, नेताओं के घरों का घेराव और प्रदेशभर में जनजागरण दंडवत यात्राएं जारी रखेंगे।
इस पदयात्रा को लेकर स्थानीय नागरिकों व गौभक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला। आंदोलनकारियों ने कहा कि यह केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि गाय के सम्मान और सुरक्षा के लिए जनचेतना का प्रयास है।