
चौकी कालांवाली पुलिस की मेडिकल नशे का काला कारोबार करने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई
रिपोर्टर इंद्रजीत
लोकेशन कालावाली
*मंडी कालांवाली में दो मकानों से भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली गोलियों व कैप्सूलों का जखीरा बरामद*
*मेडिकल नशा बेचने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा :- एसपी डबवाली *
*चंद दिनों में मेडिकल नशे के खिलाफ डबवाली पुलिस की चौथी बड़ी कार्रवाई, में 05 मेडिकल स्टोर किए जा चुके सील*
डबवाली 10 अगस्त । डबवाली पुलिस जहां नशा तस्करों पर लगातार कड़ी कार्रवाई कर रही है,वहीं मेडिकल नशा बेचने वालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है,जिसके काफी सार्थक परिणाम सामने आ रहे है । इसी मुहिम के तहत महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर चौकी कालांवाली पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए मंडी कालांवाली के दो मकानों पर दबिश देकर भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली गोलियों व कैप्सूलों का जखीरा बरामद कर मेडिकल स्टोर सील करते हुए आरोपी सन्दीप कुमार पुत्र पवन कुमार निवासी वार्ड न. 03 मंडी डबवाली के खिलाफ कार्रवाई की है ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रभारी चौकी कालांवाली उप नि. ताराचंद ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर ड्रग कंट्रोलर केशव वशिष्ठ की टीम को साथ लेकर मंडी कालांवाली में वार्ड न. 15 के दो मकानों पर दबिश देकर नशे में प्रयुक्त होने वाली गोलियों व कैप्सूलों की एक बड़ी खेप बरामद की है,जिनमें 13,340 गोलियां टेम्पेन्टाडोल, 990 गोलियां केलिनडोल, 900 गोलियां जोपिक्लोन, 280 गोलियां नेफोपाम व 35,490 कैप्सूल प्रेगाबलीन के बरामद किए गए हैं । ये दोनों मकान आरोपी सन्दीप के ही हैं । जो आरोपी इन दवाओं को अपने मेडीकल संदीप मेडिकल हाल पर अवैध तरीके से बेचता था । जो मेडिकल भी सील किया गया है । उन्होंने बताया कि डबवाली पुलिस की मेडिकल नशे के खिलाफ चन्द दिनों में यह चौथी बड़ी कार्रवाई है । जिसमें पांच मेडिकल सील किए जा चुके हैं ।
उन्होने बताया कि नशे के आदि व्यक्तियों द्वारा अक्सर यह गोलियां ली जाती है, जो एनडीपीएस एक्ट के अंदर नहीं आती है । उन्होंने बताया कि ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट में Tapentadol, Pregabalin, Zopiclone, Signature इत्यादि गोलियां व कैप्सूल आते है,परंतु एनडीपीएस एक्ट में नहीं आती इसलिए इन गोलियां का अक्सर नशे में प्रयोग हो रहा है ।
नशा तस्कर Tapentadol,Pregabalin,Zopiclone,Signature जैसी नशीली गोलियों का नशे में प्रयोग कर रहे है । इसमें किसी मेडिकल संचालक की मिलीभगत हो सकती है,इसलिए युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ न करें और नशीली दवाइयां बेचने से परहेज करें । अफीम, चूरा पोस्त व हेरोइन जैसे नशे पर पुलिस की दबिश के चलते युवाओं में मेडिकल नशे का प्रचलन बढ़ रहा है,क्योंकि यह सस्ता व आसानी से उपलब्ध हो जाता है । उन्होंने बताया कि जिला पुलिस की और से नशे के खिलाफ लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है तथा विभिन्न प्रकार का नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जहां मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है वहीं मेडिकल नशा बेचने वालों के खिलाफ भी शिकंजा कसा जा रहा है । पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए है कि आमजन के सहयोग से मेडिकल नशा बेचने वालों पर पैनी नजर रखें तथा अगर किसी मेडिकल स्टोर संचालक की नशा बेचने में संलिप्ता पाई जाए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ।