
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। समय सीमा निर्धारण अभाव के कारण धूल फाँक रही चयन वेतनमान पत्रावलियाँ, खण्ड शिक्षा अधिकारियों की बल्ले – बल्ले ।।
💫शासन के निर्देशों पर भारी पड़ रहे खण्ड शिक्षा अधिकारी तमाम शिक्षक चयन वेतनमान से वंचित।
💫आफलाइन आनलाइन में उलझाकर मामलों को किया जा रहा लंबित , शिक्षक परेशान।
💫खण्ड शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे शिक्षक।
बस्ती ।। बेसिक शिक्षा में लगातार दस वर्ष एक ही पद पर कार्यरत शिक्षकों को चयन वेतनमान दिए जाने की व्यवस्था के बावजूद शिक्षकों को चयन वेतनमान न दिया जाना गंभीर एवं जाँच का विषय बना हुआ है । शासनादेश एवं निर्देशों को रौंदने में जिम्मेदार जरा सा भी कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं और कहीं न कहीं जनपद में शिक्षकों के चयन वेतनमान की प्रक्रिया उत्कोच के हवाले हो गयी है ।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद में बेसिक शिक्षकों को पूर्णरूपेण चयन वेतनमान का लाभ नहीं मिल पा रहा है । शासनादेश पर खण्ड शिक्षा अधिकारियों की मनमानी भारी पड़ रही है क्योंकि उनके पेंच के आगे शासनादेश बौना पड़ जा रहा है । चयन वेतनमान के सम्बन्ध में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा कोई ठोस मानीटरिंग नहीं हो रही जिसके कारण चयन वेतनमान की प्रक्रिया खण्ड शिक्षा अधिकारियों के कृपा की मोहताज बनकर रह गयी है । जनपद में तमाम शिक्षक दस वर्ष की सेवा अनिवार्यता पूर्ण कर चुके हैं परन्तु उनके आवेदन पत्रों को खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा अग्रसारित न करके मनमानी की जा रही है वहीं जिन मामलों में मलाई दिख रही हैं उन फाइलों को पूर्व की तिथियों में ही पूर्ण कर दस साल पूरा होने का इन्तजार किया जा रहा है । चयन वेतनमान के पत्रावलियों व लंबित प्रकरणों की यदि उच्च स्तरीय जाँच हो जाएं तो कई खण्ड शिक्षा अधिकारी बेनकाब हो जायेंगे।