रिपोर्ट मनोज कुमार शर्मा
जिला मैनपुरी
*मास्टर ट्रेनर के ऊपर काफी दारोमदार, निर्वाचन सम्बन्धी प्रक्रिया की गहनता से जानकारी कर मतदान कार्मिकों को करें प्रशिक्षित- जिला निर्वाचन अधिकारी।*
*मतदान कार्मिकों को मतदान प्रक्रिया, ईवीएम संचालन की जितनी अधिक जानकारी होगी, मतदान उतना ही शांतिपूर्ण सम्पन्न होगा- अविनाश।*
मैनपुरी 30 मार्च, 2024- जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मतदान प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए आपके द्वारा पीठासीन, मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाना है, आपके ऊपर मतदान कर्मिकों को इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के संचालन से लेकर अन्य सभी गतिविधियों के बारे में प्रशिक्षित करना है, इसलिए आप सब प्रत्येक गतिविधि से पूरी तरह से भिज्ञ हो लें, कहीं भी किसी भी स्तर पर कोई समस्या न रहे यदि किसी के मन में कोई शंका, भ्रांति हो तो प्रशिक्षण नोडल अधिकारी आचार्य क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान से वार्ता कर दूर कर लें। उन्होंने मास्टर ट्रेनर्स से कहा कि पीठासीन अधिकारियों को विशेषतौर पर दिखावटी मतदान करने के लिए प्रत्येक प्रशिक्षण में बार-बार बताएं, मॉकपोल के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को क्लियर करने के उपरांत ही मतदान प्रक्रिया प्रारंभ कराई जाए, इसमें किसी भी स्तर पर संशय की कोई गुंजाइश न रहे। उन्होने कहा कि यदि किसी मास्टर ट्रेनर द्वारा मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षित करने में लापरवाही बरती गयी और उन मतदान कार्मिकों द्वारा मतदान के दौरान कोई गलती की गयी तो मतदान कार्मिकों के साथ सम्बन्धित मास्टर ट्रेनर की भी जिम्मेदारी तय होगी।
श्री सिंह ने प्रशिक्षण सत्र में उपस्थित मास्टर ट्रेनर के रूप में तैनात अधिकारियों से कहा कि आपको लोकसभा सामान्य निर्वाचन-24 को सकुशल, शांति पूर्वक एवं निष्पक्ष माहौल में संपन्न कराने वाले कार्मिकों को प्रशिक्षित करना है इसलिए आप सब मतदान प्रक्रिया के दौरान कंट्रोल यूनिट, वैलिट यूनिट, वीवीपैट को कनेक्ट करने, सील करने के साथ-साथ पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारियों के दायित्व के बारे में गहनता से जानकारी करें, यदि आप मतदान कार्मिकों को उनके दायित्वों, कर्तव्यों के बारे में भली-भांति जानकारी दे सकेंगे तो मतदान के दिन कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होने कहा कि मतदान के दिन पहले 03 घंटे ईवीएम के सम्बन्ध में ही शिकायतें प्राप्त होती हैं, जिसका मुख्य कारण मतदान कार्मिकों को ईवीएम, वीवीपैट के सम्बन्ध में गहनता से प्रशिक्षण न लेना है यदि मतदान कार्मिक कंट्रोल यूनिट, वैलिट यूनिट, वीवीपैट की लीड को सही प्रकार से लगायेगें तो इस प्रकार की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि विशेषतौर पर पीठासीन अधिकारियों को चैलेंज, टेंडर वोट के बारे में सही ढंग से बताएं, चैलेंज मत की दशा में निर्धारित शुल्क जमा कराकर मत डलवाया जाए और उसे पीठासीन अधिकारी अलग लिफाफे में सील कर जमा करें।
आचार्य क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान डा. डी.के. सचान ने मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कंन्ट्रोल यूनिट, वैलिट यूनिट, वीवीपैट की सीलिंग के बारे में मतदान कार्मिकों को गहनता से प्रशिक्षित करें, मॉकपोल के पश्चात ईवीएम को क्लियर करने, मॉकपोल की पर्चियां वीवीपैट से निकालकर पर्ची पर मॉकपोल की मोहर लगाकर सभी पर्चियों को काले रंग के लिफाफे में रखकर सील की जाएं, कंट्रोल यूनिट को ग्रीन पेपर सील कर ग्रीन पेपर सील का नंबर पीठासीन अधिकारी की डायरी, 17-सी पंजिका में अंकित किया जाए, मशीन को क्लियर करने, वीवीपैट से पर्ची निकालकर बॉक्स को उपस्थित एजेंट को दिखाने के उपरांत ही कंन्ट्रोल, वैलिट यूनिट, वीवीपैट की मतदान हेतु सीलिंग की कार्यवाही की जाए।
उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली ने बताया कि मॉकपोल, वास्तविक मतदान से पूर्व यदि कंट्रोल यूनिट खराब होता है तो कंट्रोल यूनिट, वैलिट यूनिट खराब होता है तो वैलिट यूनिट बदला जाये, यदि मतदान प्रारंभ होने के बाद इनमें से कोई भी खराब हो पूरी यूनिट बदली जाये, नई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में प्रत्येक उम्मीदवार का 01-01 वोट डलवाकर मॉकपोल की कार्यवाही के उपरांत मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ करायी जाये। उन्होंने बताया कि मॉकपोल प्रक्रिया मतदान प्रारंभ होने से 90 मिनट पूर्व प्रत्येक दशा में प्रारंभ करनी होगी, मॉकपोल प्रक्रिया के दौरान 02 एजेंटों का उपस्थित रहना आवश्यक है लेकिन यदि एजेंट समय से उपस्थित न हो तो 15 मिनट इंतजार करने के बाद मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, उप जिला निर्वाचन अधिकारी राम जी मिश्र, डिप्टी कलेक्टर गोपाल शर्मा, धु्रव शुक्ला, प्राचार्य डायट आदि उपस्थित रहे।