वाराणसी : चंड़ीगढ़ और एमपी में सुगंध बिखेरेंग बनारस के फूल, दीपावली और धनतेरस पर कई प्रांतों से डिमांड, खरीदारों से गुलजार है फूल मंडी
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चन्दौली दीपावली और धनतेरस पर बनारस के फूल मंडियों में खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी है। फूल और मालाओं की डिमांड पूर्वांचल और आसपास ही नहीं, बल्कि चंड़ीगढ़, एमपी, बिहार, छत्तीसगढ़ तक है। यहां से फूल-माला की खेप भेजी गई है। गेंदे और गुलाब की माला की डिमांड सबसे अधिक है। गत वर्षों की तुलना में इस साल फूल-माला सस्ते हैं। इससे बिक्री बढ़ी है और मंडी में खरीदारों की आवक भी खूब हो रही है। ऐसे में दुकानदारों को इस बार अच्छी आय की उम्मीद जगी है। मलदहिया फूल मंडी संचालक विशाल दुबे ने बताया कि दीपावली और धनतेरस पर घरों, मंदिरों, दुकानों की फूलों और मालाओं से सजावट की जाती है। इस वजह से खपत बढ़ जाती है। इस बार भी डिमांड बढ़ी है। उन्होंने बताया कि गत वर्षों के मुकाबले इस बार रेट बहुत सस्ता है। इस बार मौसम ने किसानों का साथ दिया। समय से बारिश हुई। इसके चलते फूल की खेती अच्छी हुई और मंडी में फूल की आवक अधिक रही। इससे माला की कीमतें काबू में रहीं। उन्होंने बताया कि इस बार मंडी से चंड़ीगढ़, नेपाल बार्डर सोनहुली, एमपी, छत्तीसगढ़, बिहार और पश्चिम उत्तर प्रदेश भेजा गया है। गेंदे के फूल की माला की डिमांड अधिक है।ग्राहक सुमित यादव ने बताया कि माला इस बार न बहुत महंगा है और न ही बहुत सस्ता है। गेंदे के फूल की माला लोग अधिक पसंद करते हैं क्योंकि यह टिकाऊ होता है। जल्दी मुरझाता नहीं है। 4-5 दिनों तक टिका रहता है। उन्होंने फूल मंडी के पास पार्किंग की समस्या बताई। कहा कि गाड़ी अंदर नहीं आ पाती है। इससे दिक्कत होती है। फूल की खेती करने वाले अमरनाथ पाल ने बताया कि गेंदा, गुलाब व कमल के फूलों की डिमांड अच्छी है। हालांकि फूल सस्ता होने से किसान परेशान हैं।