
धनबाद – कतरास थाना कांड संख्या 139/2021 मे रंगदारी का आरोप मे सुरज दास को फसाया गया था जिसमे सुरज दास 92 दिन धनबाद मंडल कारा मे बंद भी रहा था 2021 मे लेकिन कहा जाता है न की सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं इस केस मे सुरज दास 2021 से 2025 तक परेशान तो हुआ लेकिन पराजित नहीं। दिनांक 03/03/2025 को श्री हेमंत कुमार सिँह न्यायिक दण्डधिकारी, प्रथमक्षेणी सह सिविल जज (कनीय कोटि ) धनबाद के अदालत मे सुरज दास को साक्ष्य के आभाव मे बरी किया गया, सुरज दास ने कहा की हमें न्यायपालिका मे आशा एवं पूर्ण विश्वास था की हमें न्याय मिलेगा और मिला।
सुरज दास ने यह भी कहा की आगे भी अपना कार्य समाज कल्याण करते रहेंगे। झूठा मुकदमा से डरने वाला सुरज दास नहीं है। श्री दास ने कहा की यह मुकदमा 2021 मे कांको पेट्रोल पम्प के सामने एक निजी हॉस्पिटल था जिसने हम पर केस किया था और इस केस का हमको जानकारी नहीं था सुरज दास हैदराबाद से आने के क्रम मे ही राजगंज इंटर कॉलेज के गेट के समीप से पुलिस के टीम ने साजिस के तहत सुरज दास को गिरफ्तार किया था जिसके बाद सुरज दास को चालान किया गया था और 92 दिन मंडल कारा धनबाद मे बंद था। निजी हॉस्पिटल वाले का केस करने का मकसद यह था की सुरज दास मुकदमा का तिथि से महीना भर पहले एक आवाज़ उठाया था कि इस हॉस्पिटल मे आयुष्मान कार्ड से लोगो को गुमराह करके गलत तरीके से पैसा निकाला जाता है हॉस्पिटल वाला खुद फसने के डर से सुरज दास को ही फसा दिया था और जेल भेजा गया था साजिस के तहत लेकिन कहा जाता है न कि झूठ का कोई अस्तित्व नहीं रहता है ठीक उसी प्रकार सुरज दास को जेल में कैद नहीं रख सका और वो बाहर आ गया था लेकिन जेल से निकलने के बाद इतना ज़्यदा पत्राचार किया जिला से लेकर सेन्ट्रल लेवल तक उस निजी हॉस्पिटल के खिलाफ जिसने सुरज दास को फसाया था। श्री दास ने उस हॉस्पिटल को बंद करवा कर दम लिया था वर्तमान समय मे भी यह हॉस्पिटल का कोई अस्तित्व नहीं रहा है।