
वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़ 🌐
नियंत्रण रेखा पर भारतीय जवान एम. मुरली नाइक का सर्वोच्च बलिदान
Breking news जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय सेना के वीर जवान एम. मुरली नाइक आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान शहीद हो गए। वह आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के कल्ली थांडा गांव के रहने वाले थे। देश की रक्षा करते हुए उन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान देकर मातृभूमि का मान बढ़ाया है।
एम. मुरली नाइक भारतीय सेना के समर्पित और बहादुर जवानों में से एक थे, जो लंबे समय से राष्ट्र की सेवा में लगे हुए थे। आतंकवाद विरोधी अभियानों के तहत चलाए जा रहे एक विशेष ऑपरेशन के दौरान वह दुश्मनों का सामना करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। उनके बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा।
पाकिस्तान की ओर से बढ़ रही हैं हरकतें
एम. मुरली नाइक की शहादत ऐसे समय पर हुई जब पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पठानकोट और उधमपुर सहित कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिशें की जा रही थीं। भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते इन हमलों को नाकाम कर दिया गया, लेकिन इससे यह स्पष्ट है कि सीमा पार से खतरे लगातार बढ़ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, बीती रात पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन और मिसाइल का सहारा लिया। इससे पहले भी देश के उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों में 15 स्थानों पर इसी तरह की कोशिशें की जा चुकी हैं, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने विफल कर दिया था।
देश कर रहा है अपने सपूत को नमन
एम. मुरली नाइक के बलिदान की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। उनके गांव कल्ली थांडा में शोक का माहौल है, लेकिन साथ ही गर्व भी है कि गांव का बेटा देश के लिए शहीद हुआ। स्थानीय लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके परिजनों को सांत्वना देते हुए उनकी वीरता को नमन किया।
भारत सरकार और सेना की ओर से शहीद नाइक को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है। उनके इस बलिदान को यथोचित सम्मान दिया जाएगा और राष्ट्र उनके योगदान को सदैव स्मरण में रखेगा।
जय हिंद! वंदे मातरम्!