
।। अजीत मिश्रा (खोजी) ।।
जिसकी सुरक्षित वापसी के लिए पूरा देश दुआ मांग रहा था वही निकली इस खौफनाक हनीमून की कातिल नायिका
मेघालय की खूबसूरत पहाड़ियों की ये खुशनुमा हनीमून ट्रिप एक खौफनाक मिस्ट्री में कैसे तब्दील हुई?
यह किसी क्राइम थ्रिलर से कम नहीं है। सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाह का यह फुल प्रूफ शातिराना मर्डर प्लान कैसे फेल हुआ और इस मर्डर प्लान में क्राइम की बारीकियों से अनभिज्ञ सोनम और राज कुशवाहा की किन किन गलतियों के सहारे उसने सलाखों के पीछे पहुँचा दिया. केस के खुलासे के लिए पुलिस के नायक बने शिलांग के एसपी हर्वर्ट पिनियाड खारकौगोर को इस खौफनाक मिस्ट्री को सुलझाने में कोई बक्त नहीं लगा पूरे देश में चर्चित इंदौर के इस कपिल की खौफनाक हनीमून का ताना बाना सोनम रघुवंशी ने अपने आशिक राज कुशवाह के साथ कब बनाया.और कहां से मंगवाया हत्या में प्रयुक्त होने वाला हथियार?
सोनम रघुवंशी का आसिक राज न केवल पूरी साजिश में साथ रहा वल्कि वह अत्यंत शातिर दिमाग का व्यक्ति कैसे पुलिस को पंद्रह दिन तक अपने जाल में फंसाता रहा. पर समझिए कैसे सुलझी राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री।
भारत की औद्योगिक नगरी मध्यप्रदेश के दिल की धड़कन सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में रघुवंशी समाज को जोड़ने के लिए एक ऐप बनाया गया है और इसी रघुवंशी ऐप के माध्यम से फरवरी 2025 में तय हुई सोनम रघुवंशी की राजा रघुवंशी से शादी पर इस शादी से सोनम रघवंशी खुश नहीं थी क्योंकि सोनम रघुवंशी का अपने ही पिता के प्लाई वुड के कारखाने मे काम करने वाले बिहार के रहने वाले अपने से पाँच साल उम्र में छोटे नौकर राज को कुशवाहा से प्यार हो गया और वो प्यार इतनी गहराइयों में चला गया कि वो एक दूसरे के बिना जिन्दा रह नहीं सकते थे।
राज कुशवाहा पर सोनम रघुवंशी इस तरह फिदा थी कि वो उसके बिना जीने की कल्पना भी नहीं कर सकती थी पर पिता की हार्ट की बीमारी को देखते हुए वो साहस नहीं कर सकी कि वो अपनी शादी किसी और से करने कि निर्णय का विरोध कर सके यही कारण था कि 10 मई को सोनम रघुवंशी की शादी राजा रघुवंशी से बहुत धूमधाम से हो गई। पर सोनम रघुवंशी के दिमाग में तो राज कुशवाहा निकल नहीं पा रहा था और शादी के 6वें दिन 16 मई को इश्क में पागल सोनम और राज कुशवाहा ने ऐसी खौफनाक साजिश रची जिसकी कल्पना देश में शायद कोई कर नहीं सकता था जिसके बारे में जनसामान्य ही नहीं पुलिस भी नहीं सोच सकती थी एक ऐसी खौफनाक साजिश का तानावाना बुना गया। जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी और वो साजिश थी सोनम रघुवंशी की कि वह अपने पति की हत्या कर दें और विधवा हो जाए। फिर वो अपने प्रेमी राज से शादी कर लेगी क्योंकि विधवा होने के बाद शादी करने पर उसके पिताजी उसका विरोध नहीं करेंगे। और ईसी साज़िश के में सम्मिलित राज कुशवाहा ने प्लान बनाया कि हनीमून के बहाने राजा रघुवंशी को शिलॉन्ग की सुनसान पहाड़ियों पर ले जाना और वहां धक्का देकर किसी गहरी पहाड़ी की खाई में गिरा देना और इसके लिए राज कुशवाहा ने अपने दोस्त विशाल चौहान आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को तैयार कर लिया। इस खतरनाक साजिश में भी राज कुशवाहा को खतरा दिखा और उसे प्लान को चेंज करते हुए राजा रघुवंशी की हत्या करके उसके शव को खाई में फेंकने का प्लान तब्दील किया हत्यारों को शिलांग भेजने मोबाइल फ़ोन नए सिम और ₹50000 नगदी की व्यवस्थाराज कुशवाहा ने की राजा रघुवंशी की हत्या की फुल प्रूफ मर्डर। मिस्ट्री को सुलझाने वाले मेघालय की एसपी हर्वर्ट पिनियाड खारकौगोर की पोस्टिंग 5 दिन पहले ही हुई थी और उन्होंने अपने अनुभव लोकल लोगों से पूछताछ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के माध्यम से कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए राजा रघुवंशी। की मर्डर मिस्ट्री को इतनी आसानी से सुलझा दिया जिसकी कल्पना शायद किसी ने भी नहीं की होगी क्योंकि सोनम रघुवंशी व राजकुशवाहा का प्लान था कि राजा रघुवंशी की हत्या को लूट प्रयास में दिखाकर पुलिस को भ्रमित कर दिया जाए और इसी उद्देश्य से राज को सुबह स्वयं सिलॉन्ग नहीं गया और वह सोनम के परिजनों के साथ ही इंदौर में सहानुभूति जताने के लिए मौजूद रहा तथा इसी योजना के तहत हत्या में प्रयुक्त हथियार डॉव( एक छोटी कुल्हाड़ी) को ऑनलाइन गुवाहाटी में मंगाया गया । राजा रघुवंशी व सोनम शिलॉन्ग के जंगलों में स्थित होम स्टे में रुके थे उसी से 1 km दूर वो तीनों हत्यारे भी रुके हुए थे जिनको सोनम लगातार लोकेशन भेज रही थी। फोटोशूट के बहाने सोनम कोरमा पहाड़ी के सुनसान इलाके में राजा रघुवंशी को ले गई। वहां मौजूद गाइड ने इनको गाइड करने के लिए कहा तो सोनम ने मना कर दिया और जिस गाइड को रिजेक्ट किया था। वहीं गाइड पुलिस के लिए एक लीड बना जिसने बताया कि उन दोनों के आस-पास जो 3 लोग चल रहे थे वो तीनों हिंदी बोल रहे थे और इसी आधार पर मेघालय पुलिस को लीड मिली। और उसने 6 माह कि सीडीआर सोनम रघुवंशी के मोबाइल की निकलवाई। तो रहस्य परत दर परत खुलता चला गया और धीरे धीरे राज कुशवाहा व उसके तीनो दोस्त विशाल चौहान,आकाश राजपूत व आनंद की घटना में संलिप्तता के पर्याप्त साक्ष्य मिल गए और इसके बाद पुलिस ने विशाल व आकाश को पकड़कर पूछताछ की तो जल्दी उन्होंने रहस्य को उजागर कर दिया पुलिस ने विशाल चौहान आकाश राजपूत से सोनम की बात कराई और सोनम को बुलाया पर सोनम इतनी शातिर थी वो समझ गई और उसने गाजीपुर में जाकर एक ढाबे के माध्यम से पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया वो जान गई थी कि पुलिस को हत्या का रहस्य पता लग गया। अब बच नहीं पाएगी। पुलिस की पूछताछ में राजकुमार ने भी अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया और सारी घटना की जानकारी पुलिस को दी पुलिस ने हत्या में शामिल आनंद कुर्मी को भी पकड़ लिया। और राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में मेघालय पुलिस देश की जनता की प्रशंसा का पात्र बनी। उपरोक्त जानकारी विभिन्न सूत्रों समाचार पत्रों व पुलिस के द्वारा दी गयी जानकारी पर आधारित है।