
वन्दे भारत लाइव टीवी न्यूज़ डिस्ट्रिक्ट हेड चित्रसेन घृतलहरे, 06 जुलाई 2025//अधिकारियों के संरक्षण में जिले में फलफूल रहा नशे का अवैध कारोबार
1.आबकारी विभाग से सांठगांठ के लग रहे आरोप
2.सुशासन तिहार में भी की जा चुकी है शिकायत
3.शिकायतों के बावजूद भी आज पर्यंत नही हो पाई कार्यवाही
4.नशे के अवैध कारोबार से जिले में बढ़ा है आपराधिक ग्राफ
5. मनमाने दामों पर होटलों और ढाबों में खुले आम परोसी जाती है अवैध शराब
6. कार्यवाही न होने से अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद
सारंगढ़ – बिलाईगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम बगलोटा में कच्ची महुआ दारू का अवैध कारोबार इन दिनों चरम सीमा पर पहुँच चुका है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इस गाँव में कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा थोक स्तर पर कच्ची शराब का निर्माण और बिक्री की जा रही है, जो कि आसपास के 40 से 50 गाँवों में खुलेआम सप्लाई भी की जाती है।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस अवैध धंधे ने न सिर्फ गाँव का सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ दिया है, बल्कि कई युवाओं की मौत का कारण भी बना है। शराब के नशे की गिरफ़्त में फँसकर अनेक घर उजड़ चुके हैं। प्रशासन की निष्क्रियता और मिलीभगत के आरोप भी लगे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जब भी कोई बड़ी कार्यवाही होने वाली होती है, मुख्य कारोबारियों को पहले ही सूचना दे दी जाती है, जिससे वे बच निकलते हैं। छोटे स्तर पर शराब बेचने वाले कोचियों पर ही नाम मात्र की कार्रवाई कर ली जाती है और पूरा तंत्र केवल दिखावे तक सीमित रह जाता है।
ग्रामवासियों ने बिलाईगढ़ पवनी के शराब भट्टी के मैनेजर कुलदीप साहू पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह स्वयं को आबकारी विभाग का आरक्षक बताता है और कोचियों से महीने-दर-महीने अवैध वसूली करता है और वसूली कर अधिकारियों को देता है बदले में ये अधिकारी इन अवैध शराब विक्रेताओं को संरक्षण प्रदान करते है। आरोप है कि वह स्वयं इस धंधे का “मूक संरक्षक” बन गया है। जहाँ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि आबकारी विभाग का मैनेजर कुलदीप साहू जो खुद को तथाकथित आरक्षक बताता है उसके द्वारा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामो से अवैध शराब बेचने वालों,ढाबों से महीने में मोटी रकम वसूल कर उच्चाधिकारियों को दिया जाता है । ज्ञात हो कि थाना और आबकारी विभाग के संरक्षण में आज गांव गांव में अवैध शराब का कारोबार खूब फल फूल रहा है । ग्रामीणों ने यहाँ तक बताया कि कुलदीप साहू द्वारा अवैध वसूली कर ड्राइवर और लग्जरी कार मेंटेन करने लगा है । ग्रामीणों के कलेक्टर और जिला आबकारी से शिकायत के बाद भी अधिकारियों के कान में जूं तक नही रेंग रहा है ।
पहले भी हो चुकी है शिकायत – लेकिन कोई कार्यवाही नहीं:
इस मुद्दे की शिकायत दिनांक 17 मई 2025 को सुशासन तिहार कार्यक्रम में नगर पंचायत पवनी में संबंधित अधिकारियों से की गई थी। लेकिन दो माह बीतने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है और अब वे जिले के कलेक्टर से गुहार लगा रहे हैं। विडम्बना है कि एक ओर सरकार सुशासन की बातें करती है वहीं दूसरी ओर धरातल पर ये भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी सरकार के सारे वादों और दावों को झूठा साबित कर करने में लगे है । आज पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग की उदासीनता और मिलीभगत से अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद है और दबंगाई पूर्वक अवैध शराब का कारोबार खुले आम किया जा रहा है ।
गौरतलब है कि इस अवैध नशे के कारोबार के चलते सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है । आज थाना और आबकारी विभाग से सांठगांठ कर जिले के होटलों ढाबों में खुलेआम शराब परोसी जाती है और मनमाने दाम पर शराब बेची जाती है । जिले में सारंगढ़, परसदा, छिंद,सरसींवा, बेलटिकरी,भटगाँव,टुण्डारी जैसे स्थानों के होटलों और ढाबों में खुलेआम शराब परोसते प्रत्यक्ष देखा जा सकता है जहां ये होटल और ढाबा संचालक इस अवैध कारोबार से मोटी रकम कमाने में मदमस्त है और शासन मूकदर्शक। जहाँ तेंदुभाठा पिकरीपाली में देर रात तक शराब दुकान की तरह लाइन लगी मिलती है । समस्त बातों की जानकारी बावजूद इन पर अधिकारी इतने मेहरबान है कि कभी कोई कार्यवाही नहीं कर पाते है । वहीं किसी प्रकार की कार्यवाही के पूर्व ही इन अवैध कारोबारियों ,ढाबा संचालको को पहले से ही सूचना दे कर सचेत कर दिया जाता है । आज अवैध शराब बिक्री इस नए जिले के विकास के लिए एक बड़ा रोड़ा साबित हो रहा है । आये दिन लूटपाट,चाकूबाजी, मर्डर,चोरी,डकैती,नशे में वाहन दुर्घटना जैसी घटनाएं आज सारंगढ़ जिले के लिए एक आम बात होगयी है । आज पूरे जिले में चल रहे नशे के इस अवैध कारोबार ने शासन प्रशासन के कार्यशैली पर एक प्रश्न चिन्ह लगा दिया है ।
क्या कहता है प्रशासन?
अब तक प्रशासन की ओर से इस विषय में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यदि इन आरोपों में सच्चाई है, तो यह न केवल कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि शराब माफिया और विभागीय कर्मचारी किस तरह मिलकर शासन-प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं।
जनहित में उठती आवाज़:
ग्रामीणों ने एक बार फिर शासन-प्रशासन से मांग की है कि बगलोटा गाँव में चल रहे इस अवैध धंधे की निष्पक्ष जांच कराई जाए, तथा अवैध शराब कारोबारियों और भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों के विरुद्ध तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाए।