
जिहादी विचारधारा गैंग का सफाया, कुशीनगर में ‘71-71 लाला गैंग’ के 12 गुर्गों की हुई गिरफ्तारी
कुशीनगर । जिले से एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जिले के कोतवाली हाटा थाना क्षेत्र में जिहादी विचारधारा से प्रभावित एक गैंग ‘71-71 लाला गैंग’ सक्रिय था, जो सोशल मीडिया पर अवैध असलहों की नुमाइश, भड़काऊ वीडियो, और धमकी भरे पोस्ट के ज़रिए युवाओं को गुमराह कर रहा था।
इस पूरे गिरोह का मकसद समाज में डर और आतंक का माहौल बनाना था। पुलिस की सतर्कता और तेज़ कार्रवाई से इस गैंग का पर्दाफाश हो गया और 12 लोगों की गिरफ्तारी के साथ अवैध हथियारों की बड़ी खेप बरामद की गई है।
कैसे काम करता है ”71-71 लाला गैंग”
ये गिरोह 71-71 लाला गैग नाम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय था। इस गैंग का संचालन जुबेर अहमद उर्फ जुबेर लाला के नेतृत्व में किया जा रहा था। गैंग के सदस्य असलहों के साथ वीडियो पोस्ट कर युवाओं को डराते, धमकाते और कट्टरता की ओर उकसाते थे।
इनकी हरकतें सीधे तौर पर समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी एजेंडे से जुड़ी पाई गई हैं, जिसमें कानून, पुलिस और सामाजिक समरसता को खुली चुनौती दी जा रही थी।
कैसे हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा के निर्देश पर, अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार और क्षेत्राधिकारी कसया कुन्दन कुमार सिंह की देखरेख में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
दिनांक 21 जुलाई 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि गिरोह के कुछ सदस्य एक बाइक पर कसया की ओर आ रहे हैं। चकनरायनपुर विद्यालय के पास चेकिंग के दौरान पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो बाइक सवारों ने पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में तीन मुख्य आरोपी – अरबाज अली, जुबेर लाला और अफरोज खान को दबोच लिया गया।
इनकी निशानदेही पर पुलिस ने अन्य 9 सदस्यों को भी गिरफ्तार कर गिरोह का पूरी तरह भंडाफोड़ कर दिया।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त
जुबेर अहमद उर्फ जुबेर लाला मुख्य आरोपी, अरबाज अली,अफरोज खान,आकिब खान,मोहम्मद
हसन,रफीउल्ला खान,कलीम खान,सेराज अली,रवि बर्नवाल,इरफान आलम इमरान खान, अनवर अली ये
सभी अभियुक्त कुशीनगर जनपद के कोतवाली हाटा और रामकोला थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
बरामदगी का विवरण
3 अवैध तमंचा (.315 बोर), 3 जिंदा कारतूस,2 खोखा कारतूस,1 मोटरसाइकिल, 10 मोबाइल फोन
260 रुपए नकद
पुलिस पूछताछ में गैंग ने स्वीकार किया है कि वे 71-71 लाला नाम के सोशल मीडिया एकाउंट्स से वीडियो अपलोड करते थे जिसमें अवैध असलहों की नुमाइश होती थी। इसके अलावा धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले और हिंसा के लिए उकसाने वाले पोस्ट भी डाले जाते थे। इनकी मंशा युवाओं को उग्र और कट्टर रास्ते पर ले जाना था, जो सीधे तौर पर आतंकी मानसिकता का प्रतिबिंब है।
एसपी कुशीनगर संतोष कुमार मिश्रा ने कहा “यह सिर्फ एक गैंग नहीं, बल्कि एक ऐसी सोच का हिस्सा है जो समाज में ज़हर घोलने की कोशिश कर रही थी। ऐसे तत्वों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है।”