
अमजद अली (राणा)हरिद्वार ::: शब-ऐ-बारात इबादत और बक्सीश की रात होती है इस्लाम धर्म मे इस रात को बड़ी इबादत के साथ गुजारा जाता है व सभी गीले शिकवे भुलाकर अपने व अपनों के लिए दुआएं मांगी जाती है मस्जिदों मे नफील नमाजे अदा की जाती हैं सुबह सेहरी खा कर दिन का रोजा रखा जाता हैं देश और दुनिया मे अमन चैन, तरक्की की दुआ मांगी जाती हैं