
कूटरचित दस्तावेजों पर नौकरी कर रही सहायक अध्यापिका कमला देवी बर्खास्त – अनूप कुमार कुशवाहा
– नियुक्ति में अनियमितता के कारण प्रबंधक हरी राम सिंह को भी प्रबंधक पद से है हटाया गया
– सह जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप कुमार कुशवाहा प्रभारी प्रबंधक हुए हैं नियुक्त
– बीएसए द्वारा अभी तक कमला देवी के खिलाफ नहीं कराया गया एफआईआर
*बहादुरपुर बस्ती* – कूटरचित दस्तावेजों पर नौकरी कर रही सहायक अध्यापिका कमला देवी को प्रभारी प्रबंधक अनूप कुमार कुशवाहा ने बर्खास्त कर दिया है जिससे जनपद केे शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है और अन्य फर्जी शिक्षक भी भागदौड़ तेज कर दिए हैं ।
आपको बता दें कि विकासखण्ड बहादुरपुर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत पिपरा गौतम निवासी रणधीर सिंह पुत्र कृपा सिंह के द्वारा दिनांक 09.10.2019 को कार्यालय में प्रार्थना-पत्र देकर शिकायत किया गया कि परमहंस बाबा राम किंकर दास पूर्व माध्यमिक बालिका विद्यालय पिपरा गौतम पर कार्यरत सहायक अध्यापिका कमला देवी की नियुक्ति में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया है । रणधीर सिंह ने सहायक अध्यापिका के पद पर नियुक्ति सहित अन्य बिन्दुओं के सम्बन्ध में शिकायत किया था । शिकायत के बिन्दु संख्या 01 कमला देवी ने परमहंस बाबा राम किंकर दास पूर्व माध्यमिक बालिका विद्यालय पिपरा गौतम, जनपद बस्ती ने जालसाजी करकें, जन्मतिथि में हेरा-फेरी करके जन्मतिथि 09.01. 1968 दर्शाते हुए स०अ० के पद पर नियुक्ति प्राप्त की गयी है जबकि इनकी जन्मतिथि 01.07. 1951 है। बिन्दु संख्या 02 कमला देवी ने परमहंस बाबा राम किंकर दास पूर्व माध्यमिक बालिका विद्यालय पिपरा गौतम, जनपद बस्ती में नियुक्ति के समय नियुक्ति/चयन प्रक्रिया/अनुमोदन में सेवानियमावली 1978 का पालन नहीं किया गया है। इसी प्रकार बिन्दु संख्या 03 इनके समस्त शैक्षिक प्रमाण पत्र/शैक्षिक अर्हता बी०एड० की डिग्री फर्जी है। शिकायत के आधार पर जांच किया गया जो जांच आख्या प्राप्त हुआ वह बिन्दु इस प्रकार है कि बिन्दु संख्या 01 कमला देवी स०अ० के पद पर नियुक्ति के समय बी०एड० अनुक्रमांकक-350 वर्ष 1998 शिक्षाशास्त्री (बी०एड०) का अंकपत्र प्राप्तांक 355/600, प्रयोगात्मक प्राप्तांक 170/250 के आधार पर नियुक्ति प्राप्त की गयी थी। साक्ष्य हेतु उपस्थिति साक्षात्कार प्रपत्र तथा शिक्षा शास्त्री अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 की छायाप्रति संलग्न है, जिस पर कमला देवी के हस्ताक्षर अभ्यर्थी वाले कॉलम में है। जिसका सत्यापन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स गोमतीनगर, लखनऊ द्वारा कराया गया, जिसमें पाया गया कि उक्त अनुक्रमांक पर अन्य छात्र की प्रविष्टि है। सत्यापन आख्या दिनांक 12.02.2022 तथा नियुक्ति के समय प्रस्तुत आवेदन पत्र दिनांक 07.09.2001 की छायाप्रति संलग्न है, जो जाँच का विषय है बिन्दु 2. कमला देवी द्वारा नियुक्ति के समय प्रस्तुत बी०एड० अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 शिक्षाशास्त्री (बी०एड०) का अंकपत्र प्राप्तांक 355/600, प्रयोगात्मक प्राप्तांक 170/250 सत्यापनोपरान्त फर्जी पाये जाने के पश्चात जाँच से बचने के लिये बी०एड० परीक्षा अनुक्रमांक-201 वर्ष 2000 एस०डी०पी० कालेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन गौहाटी विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण अंकपत्र/प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया गया। जिसका सत्यापन कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बस्ती द्वारा दिनांक 22.07.2021 को कराया गया। परीक्षा रजिस्टार, गौहाटी विश्वविद्यालय गौहाटी ने अपने सत्यापन पत्रांक-3055 दिनांक 12.08.2021 द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त अनुक्रमांक गौहाटी विश्वविद्यालय द्वारा जारी नहीं है तथा मार्कशीट फेक पाया गया। सत्यापन आख्या दिनांक 12.08.2021 की छायाप्रति संलग्न है, जो जाँच का विषय है बिन्दु 3. याची ने आपके पत्र संख्या-253/2022 दिनांक 13.10.2022 एवं पत्रांक-163/2020 दिनांक 07.10.2021 को आधार बनाते हुए याचिका संख्या-18357/2023 योजित किया गया। उक्त याचिका संख्या-64/2022 कमला देवी बनाम उ०प्र० सरकार एवं अन्य के साथ सम्बद्ध किया गया जबकि नियुक्ति के समय प्रस्तुत बी०एड० अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 शिक्षाशास्त्री (बी०एड०) सत्यापनोपरान्त फर्जी पाया गया तथा बाद में प्रस्तुत बी०एड० परीक्षा अनुक्रमांक-201 वर्ष 2000 एस०डी०पी० कालेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन गौहाटी विश्वविद्याल सत्यापन्नोपरान्त फर्जी पाया गया । इस प्रकार बिन्दु 4. याची कमला देवी के नियुक्ति के समय प्रचलित सेवानियमावली 1978 का पालन नहीं किया गया, जो जॉच का विषय है। बिन्दु 5. कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बस्ती के पत्रांक /15269/2023-24 दिनांक 12.12. 2023 द्वारा याची कमला देवी से कुछ तथ्यों पर अभिलेख की मांग की गयी, जिसमें बिन्दु-06 में उल्लेख है कि “नियुक्ति के समय प्रस्तुत शैक्षिक एवं प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के सम्बन्ध में नोटरी शपथ पत्र इस आशय से कि संलग्न शैक्षिक एवं प्रशिक्षण प्रमाण पत्र सही है। अंकपत्र एवं प्रमाण पत्र सहित प्रशिक्षण अंकपत्र एवं प्रमाण-पत्र फर्जी पाये जाने पर प्राप्त किये गये वेतन की वसूली चल एवं अचल सम्पत्ति से कर ली जाय। इसके लिए कोई दावा किसी न्यायालय में नहीं करूंगा।” परन्तु याची द्वारा नोटरी शपथ-पत्र नहीं दिया गया । नोटरी शपथ-पत्र जॉच आख्या के साथ आवश्यक है। शिक्षक नियुक्ति में अनिमियता होने के प्रबंधक हरी राम सिंह को प्रबंधक पद से हटाया जा चुका है और सह जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप कुमार कुशवाहा को प्रभारी प्रबंधक बनाया गया है । शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वाद याचिका दाखिल किया गया था ।
सूत्रों कि माने तो उक्त विद्यालय को वर्ष 2006 में अनुदान सूची में सम्मिलित किया गया था तथा याचिनी कमला देवी सहित विद्यालय के अन्य अध्यापकों की अनुमन्यता आदेश सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) सप्तम मण्डल, गोरखपुर ने अपने कार्यालय के पत्रांक/विविध/6628-6705/2006-07 दिनांक 03.07.2007 के क्रम में जारी किया गया था । अनुमन्यता आदेश निर्गत होने के पश्चात वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा, बस्ती द्वारा याचिनी कमला देवी से प्रपत्र-2 पर विवरण सहित समस्त शैक्षिक अभिलेख स्वतः प्रमाणित करते हुए मांगी गयी। कमला देवी द्वारा हस्ताक्षरित दिनांक 18.06.2007 विवरण के साथ अपने समस्त शैक्षिक अंकपत्र एवं प्रमाण-पत्र सहित प्रशिक्षण अंकपत्र बी०एड० अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 उपलब्ध कराया गया जिस पर कमला देवी सहित तत्कालीन प्रबन्धक हरीराम सिंह के हस्ताक्षर है जिसे वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा, बस्ती द्वारा उपलब्ध कराया गया। याचिनी अपने जाँच से बचने के लिये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बस्ती के कार्यालय में अनुक्रमांक-201 बी०एड० गौहाटी विश्वविद्यालय गौहाटी का अंकपत्र प्रस्तुत किया गया। जबकि उक्त से स्पष्ट है कि याचिनी द्वारा नियुक्ति के समय आवेदन पत्र के साथ दिनांक 07.09.2001 तथा वेतन भुगतान के समय प्रस्तुत कर्मचारी विवरण प्रपत्र 2 दिनांक 16.08.2007 के साथ सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा निर्गत शिक्षा शास्त्री (बी०एड०) अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 प्रस्तुत किया गया। जिसके आधार पर याचिनी नियुक्त होकर विद्यालय के अनुदान तिथि 01.12.2006 से राजकोष से माह सितम्बर, 2021 तक वेतन भुगतान प्राप्त किया गया। परीक्षा नियत्रंक सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी ने अपने सत्यापन आख्या दिनांक 12.02.2022 में उल्लेख किया गया है कि अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 शिक्षा शास्त्री (बी०एड०) उक्त अनुक्रमांक पर अन्य छात्र की प्रविष्टि है। परीक्षा नियंत्रक, संपूर्णानंद सस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा प्रेषित सत्यापन आख्या से स्पष्ट है कि कमला सिंह, स०अ०, परमहंस बाबा राम किंकर दास पूर्व माध्यमिक बालिका विद्यालय पिपरा गौतम बस्ती संपूर्णानद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी द्वारा सचालित परीक्षा शिक्षाशास्त्री अनुक्रमांक-350 वर्ष 1998 के कूटरचित अंकपत्र के आधार पर नियुक्त होकर नौकरी कर रही थी। जांचोपरान्त नियुक्ति में विसंगति पाए जाने व अंकपत्र फर्जी पाए जाने के कारण प्रभारी प्रबंधक अनूप कुमार कुशवाहा के द्वारा कमला देवी सहायक अध्यापिका की सेवा समाप्त कर दी गयी है । सेवा समाप्ति की कार्यवाही से अन्य शिक्षक जिनकी नियुक्ति में पेंच है कार्यालय की गणेश परिक्रमा तेज कर दिए हैं । प्रकरण में बेसिक शिक्षा अधिकारी की संलिप्तता के चलते अभी तक एफ0आई0आर0 पंजीकरण नहीं कराया जा सका है ।