
नई दिल्ली. आयकर विभाग की निगाह अब उन लोगों पर है जिनकी कमाई तो अच्छी खासी है लेकिन वे अपने बैंक खातों से बहुत कम पैसे निकालते हैं। ऐसे लोगों को विभाग ने नोटिस भेजकर उनके हर महीने के खर्च का पूरा हिसाब-किताब मांगा है जिसमें किराने का सामान, कपड़े, जूते, बाल कटाने, रेस्तरां में खाना, आटा, चावल, मसाले, खाना पकाने का तेल, गैस सिलेंडर, सौंदर्य प्रसाधन, बच्चों की पढ़ाई और परिवार के सदस्यों की पूरी जानकारी तक शामिल है।
द इकनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित अनुराधा शुक्ला की रिपोर्ट के अनुसार आयकर विभाग का मकसद यह पता लगाना है कि क्या ये लोग अपनी असली कमाई छिपा रहे हैं या फिर नकद में बड़े लेनदेन कर रहे हैं, जिससे टैक्स की चोरी हो रही हो. यह कदम सरकार के उस बड़े प्लान का हिस्सा है, जिसमें कर चोरी को रोकने के लिए डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह नोटिस हर किसी को नहीं भेजे गए हैं बल्कि सिर्फ उन लोगों को भेजे गए हैं जो अपनी रिटर्न में मोटी कमाई दिखाते हैं, लेकिन उनकी जिंदगी और बैंक से निकाले गए पैसों में बहुत अंतर दिखता है। आसान शब्दों में कहें तो अगर कोई शानदार जीवनशैली जी रहा है, महंगे रेस्तरां में खाना खाता है, बढ़िया कपड़े पहनता है, लेकिन बैंक से पैसे कम निकालता है, तो विभाग को शक है कि उसकी कमाई का कोई दूसरा जरिया तो नहीं जो उसने बताया नहीं। ऐसा भी हो सकता है कि वह नकद में लेनदेन कर रहा हो, जिसका हिसाब सरकार के पास नहीं पहुंचता। इसीलिए विभाग ने हर छोटे-बड़े खर्च का ब्यौरा मांगना शुरू कर दिया है। पिछले साल नवंबर में भी विभाग ने ऐसा ही एक अभियान चलाया था। उस वक्त उन लोगों को नोटिस भेजे गए थे, जिन्होंने अपनी विदेशी कमाई को छिपाया था। यह जानकारी दुनिया भर के आयकर अधिकारियों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान से मिली थी।
उस अभियान की तरह ही इस बार भी विभाग का फोकस उन लोगों पर है, जिनके खर्च और कमाई में कुछ गड़बड़ दिख रही है। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह कोई आम नोटिस नहीं हैं। ये खास तौर पर उन लोगों के लिए हैं, जो लग्जरी जिंदगी जीते हैं, लेकिन बैंक की गतिविधि से ऐसा लगता है कि वे बहुत कम खर्च करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि उनके पास पैसे कहां से आ रहे हैं?
आयकर विभाग के अनुसार यह कार्रवाई सिर्फ चुनिंदा हाई नेटवर्थ लोगों पर हो रही है, जिनके बारे में ठोस जानकारी मिली है कि वे अपनी असली कमाई को कम दिखा रहे हैं। एक अधिकारी ने साफ किया कि अगर आपकी कमाई और खर्च में तालमेल है, तो घबराने की जरूरत नहीं। लेकिन अगर आपकी जिंदगी में शान-ओ-शौकत है और बैंक से निकासी न के बराबर है, तो विभाग आपसे जवाब मांगेगा। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी अपनी कमाई छिपाकर टैक्स से बच न सके। अब किराने के सामान से लेकर बाल कटाने तक, हर चीज पर इनकम टैक्स की पैनी नजर है।