
जावरा—होलिका दहन व रोजा इफ्तार के कार्यक्रम आम रोड़ पर नहीं होना चाहिए। इससे नागरिकों को आवागमन में परेशानी होती है। होली के दिन शराब पीकर व तीन सवारी बिठाकर वाहन नहीं चलाएं। गेर के दौरान डीजे पर भड़काऊ गाने बजाने तथा डीजे पर चढ़कर नाचने से परहेज करें। दोनों समुदाय के लोग अपने-अपने त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मनाएं। जावरा हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल रहा है। दोनों समाज के गणमान्य लोगों को चाहिए कि यह परंपरा बरकरार रहे। यह निर्णय सोमवार को यहां नगर पालिका टॉउन हाल में आयोजित शांति समिति की बैठक में लिए गए।
आगामी त्यौहार को देखते हुए एसडीएम त्रिलोचन सिंह गोड की उपस्थिति में हुई शांति समिति की बैठक में तय हुआ कि होलिका दहन निर्धारित स्थान पर हो। बीच मार्ग पर होलिका दहन कार्यक्रम नहीं हो। इसी प्रकार रोजा इफ्तार का आयोजन भी ऐसी जगह नहीं हो, जहाँ लोगों का आना-जाना लगा रहता हो। होली की गेर में शामिल युवा कपड़े फाड़कर बिजली के तारों पर नहीं फेंके। इससे अप्रिय घटना होने की आशंका बनी रहती है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी भी व्यक्ति पर जबरन रंग नहीं डाले। कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज पोस्ट नहीं करें और ना ही किसी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करें। बैठक में इस विषय पर भी चर्चा हुई कि स्कूली बच्चों की परीक्षाएं चल रही है। इसलिए रात्रि 10 बजे बाद लाऊड स्पीकर व डीजे का उपयोग नहीं करें। वहीं लाऊड स्पीकर का उपयोग करते समय सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश का पालन करें। शहर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि एहतियात के तौर पर एक एम्बुलेंस व एक दमकल वाहन पुराना अस्पताल रोड पर तैनात रहेगी। इन वाहनों में पर्याप्त स्टाफ मौजूद रहेगा। बैठक में औद्योगिक थाना प्रभारी वीडी जोशी, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि यूसुफ कड़पा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष महेश सोनी, साबिर सेठ, पार्षद शिवेंद्र माथुर, राजेश शर्मा के अलावा हिन्दू-मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।