बेतुल जिले में ठेका मजदूरों का हो रहा शोषण कलेक्टर रेट कि उड रही धज्जियां श्रम विभाग बेतुल का नहीं हे इस ओर कोई ध्यान बेतुल जिले के सभी ब्लाकों तहसील में ठेका कामगारों का हो रहा खुलकर शोषण हर साल कलेक्टर रेट तो बड जाता है मगर सिर्फ कागजों मे ही सारणी में कार्यरत ठेका मजदूरों को दैनिक मजदूरी 250 से 300 रुपए प्रति डे मिल रही वहीं सुरक्षा गार्डों को बारह घंटे काम करने का 230 से 300 मिल रही कम पेमिंट का विरोध करने पर ठेका मजदूरों को काम से निकाल दिया जाता है कोई भी बहाना बनाकर श्रम विभाग बेतुल से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं करते उल्टे मजदूरों को डाट डपट कर कहते हैं नेतागिरी करता है इस तरह बेतुल जिले में ठेका मजदूरों का खुलकर शोषण हो रहा है हर जरूरत कि चीज के दाम बढ़ जाते हैं मगर नहीं बढ़ रही तो सिर्फ मजदूरों कि मजदुरी इनकी आवाज को सुनने वाला भी कोई नहीं सारणी में हाल ही में तीन चार सुरक्षा गार्डों को पेमिंट का विरोध करने पर काम से निकाल दिया गया और उनकी जगह दुसरो गार्डों को काम पर रख लिया गया जिसकी शिकायत निकाले गये गार्डों ने स्थानीय विधायक योगेश पंडाग्रे जी से कि उन ने भी मजदूर का साथ नहीं दिया इस तरह पेमिंट का विरोध करने पर काम से निकाल देना उचित है क्या जब कोई बाहर कि टीम जांच करने आती है तो मजदूरों को डरा धमकाकर बोलने लगाया जाता है कि पेमिंट कलेक्टर रेट से मिल रही है इस कारण टीम भी खाली हाथ वापस लौट आती है ये आम बात हो गयी है बेतुल जिले में ओर पेमिंट भी टाइम पर नहीं दी जा रही इन सभी बातों को लेकर थाना कलेक्टर एस पी आफीस श्रम विभाग बेतुल में कहीं भी आवेदन दो कोई कार्रवाई नहीं होती है इस तरह बेतुल जिले में कलेक्टर रेट कि खुलेआम धज्जियां उड रही है माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव जी ने हाल में कलेक्टर रेट निर्धारित कि मगर उसका आज दिनांक तक कोई पालन नहीं किया गया जानकारी के लिए जब हमने बेतुल श्रम अधिकारी को फोन लगाया तो उन्होंने हमारा फोन नहीं उठाया