
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। खतरनाक हुआ गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन, 25 किमी में 2500 गड्ढे; टोल लेकर टेंशन दे रहे NHAI के अधिकारी ।।
🛶फोरलेन पर 25 किमी में 2500 गड्ढे |
🛶क्षतिग्रस्त पुल से वाहनों को खतरा |
गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर संतकबीरनगर जिले में एनएचएआइ की लापरवाही से फोरलेन की हालत खस्ता है। सड़क पर बने गड्ढों और क्षतिग्रस्त पुलों के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन की उदासीनता के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है जिससे लोगों में आक्रोश है। हाल ही में हुए हादसों ने समस्या की गंभीरता को उजागर किया है।
दिन में तो गड्ढे सड़क पर नजर आते हैं लेकिन रात में वाहनों की रोशनी में पानी से भरे गड्ढे नजर नहीं आते हैं। गड्ढों में गिरने के बाद तेज रफ्तार वाहन अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो रहे हैं।दैनिक जागरण टीम ने मगहर से लेकर कांटे तक फाेरलेन की पड़ताल की। इस दौरान यह चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। आमी नदी पर बने पुल का ऊपरी हिस्सा पानी लगने से क्षतिग्रस्त होने के कगार पर पहुंच चुका है। पुल पर कुछ गड्ढों को भरकर कमियां छिपाने का प्रयास किया गया है लेकिन पुल समतल नहीं होने से तेज गति से चल रहे वाहन यहां पर उछल रहे हैं। पुल से बना एप्रोच काफी नीचा है जिससे आए दिन वाहनों को क्षति पहुंच रही है। आगे बढ़ने पर सीमेंटेड बनी सड़क फट गई है। दरारें ऐसी हैं कि वाहनों के पहिए फंसने पर टायर कट जा रहे हैं। हालत यह है 500 मीटर भी कहीं पर सड़क समतल नहीं है। तमाम स्थानों पर सड़क धंस गई है।आमी नदी पर बने पुल का ऊपरी हिस्सा पानी लगने से क्षतिग्रस्त होने के कगार पर पहुंच चुका है। पुल पर कुछ गड्ढों को भरकर कमियां छिपाने का प्रयास किया गया है लेकिन पुल समतल नहीं होने से तेज गति से चल रहे वाहन यहां पर उछल रहे हैं। पुल से बना एप्रोच काफी नीचा है जिससे आए दिन वाहनों को क्षति पहुंच रही है। आगे बढ़ने पर सीमेंटेड बनी सड़क फट गई है। दरारें ऐसी हैं कि वाहनों के पहिए फंसने पर टायर कट जा रहे हैं। हालत यह है 500 मीटर भी कहीं पर सड़क समतल नहीं है। तमाम स्थानों पर सड़क धंस गई है।