पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिसर में गुरु पूर्णिमा पर माता-पिता को समर्पित वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न
— देवीपाटन मंडल टीम के नेतृत्व में दिल्ली, प्रयागराज, अयोध्या, वडोदरा, गोण्डा, श्रावस्ती, बलरामपुर, अहमदाबाद, हरिद्वार, गांधीनगर, लखीमपुर खीरी आदि टीम के साथियों ने किया सहयोग।
— 11 देव वृक्षों के साथ कई बहु उपयोगी पौधे लगाए गए।
परमशक्ति धाम, अयोध्या। पावन पर्व गुरू पूर्णिमा पर पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिसर में माता-पिता को समर्पित वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका नेतृत्व देवीपाटन मंडल टीम ने किया।
जानकारी के अनुसार पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार के समाजसेवियों ने गुरु पूर्णिमा पर अपने जीवन के प्रथम गुरु माता-पिता को आदर्श मानकर उनके सम्मान में वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर देवीपाटन मंडल टीम के नेतृत्व में दिल्ली, प्रयागराज, गोण्डा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अयोध्या, वड़ोदरा, अहमदाबाद, हरिद्वार, गांधीनगर, लखीमपुर खीरी आदि टीम के साथियों ने अपना सहयोग प्रदान किया और 11 देव वर्षों के साथ तमाम बहु उपयोगी पौधे लगाए गए। इस अवसर पर गोंडा के जिला महासचिव विकास तिवारी ने कहा की पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के समाजसेवियों ने अपने माता-पिता के नाम पर पौधे लगाकर उनके देखभाल की व्यवस्था बनाया है। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में पीडब्लयूएस प्रमुख व राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर के पाण्डेय एडवोकेट ने कहा कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिसर, परमशक्ति धाम, अयोध्या में आज का वृक्षारोपण संगठन द्वारा एक बड़ी शुरुआत थी और अब देशभर में संगठन व पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार के साथी अपने माता-पिता के नाम पर पौधे लगाएंगे और उसके देखभाल की व्यवस्था भी करेंगे तथा जगह-जगह वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर आर के पाण्डेय एडवोकेट (प्रयागराज), प. बृजभूषण पुंज जी (हरि नगर, नई दिल्ली), जन्मा पटेल जी (अहमदाबाद), विकास तिवारी जी (मनकापुर, गोण्डा), अंकित शुक्ल जी (बहराइच), अहमद रजा खान जी (गोंडा), उमेश चंद्र जी (गोंडा), राजेश कुमार जी (गोंडा), रेनू वर्मा जी (बलरामपुर), अरविन्द वर्मा जी (बलरामपुर), विनय (गोंडा), दिनेश जी (लखीमपुर खीरी), ओम प्रकाश जी (लखीमपुर खीरी), प्रताप जी (लखीमपुर खीरी), राहुल जी (लखीमपुर खीरी), वेदांश पाण्डेय जी (अयोध्या विकास क्षेत्र), निधि जी (प्रयागराज), दिनेश पाटीदार जी (झाबुआ), विकास पटेल जी (बारा, प्रयागराज),विमलेश कुमार पाण्डेय मुन्ना मासूम कवि जी (कोरांव, प्रयागराज), शैलेश जी (मड़ावरा, ललितपुर),श्रीमती बिंदु तुषार मांडविया जी (वड़ोदरा), भाई लाल नाई जी (छत्राल, कलोल, गांधीनगर), कैलाश सिंह भंडारी जी (हरिद्वार) आदि ने अपना योगदान किया।