
पुराणी पेंशन हमारा हक़ है , इसे लेकर रहेंगे ;- हरियाणा राज्य विधानसभा चुनावो का समय ज्यो ज्यो नजदीक आ रहा है , त्यों त्यों सभी कर्मचारी यूनियन अपनी मांगो को लेकर मुखर हो रही है , अपनी मांगो के समर्थन में पदाधिकारियों ने आम जनमानस तक अपनी मांगो को लेकर , सरकार की किसान ,कर्मचारी , व्यापारी व् मजदूर के हको बारे जनविरोधी नितियों बारे सामाजिक संगठनो से मीटिंग की जा रही है , गोरव्तलब है की हरियाणा के कर्मचारी काफी वर्षो से पुरानी पेंशन व् पंजाब के सामान वेतनमान को लेकर धरना प्रदर्शन व् हड़ताल कर रहे है , लेकिन इस बारे सरकार का उदासीन रवैया व् नई पेंशन निति में संशोधन भी इन इनको राश नही आ रहा है , कर्मचारी संगठनो का कहना है की यह सिर्फ चुनावी लोलीपोप है , वर्तमान सरकार के पास दस वर्षो का समय था इस दोरान साकार का रवैया इन संगठनो व् इनकी मांगो बारे ठीक नही रहा , इस बार कर्मचारी आर पार की लड़ाई वोट की चोट से लड़ने का मान बना चूका है , लगता है की शायद सत्ता धारी दल द्वारा इन मुद्दों को समय रहते गंभीरता से नही लिया गया , अब यह तो तय लग रहा है की सभी संगठन अपनी पुरजोर ताकात लगा आम जन मानस को इन मुद्दों बारे समाजः कर अपने साथ करने में लगा हुआ है .प्रदेश में सरकारी कर्मचारी लगभग 2.35 लाख है , कर्मचारी संगठन नेता विकाश हरोडा के अनुसार सरकार द्वारा सिर्फ वादा करना व् आकड़ो के फेर में फ़साने का काम किया गया है , जिसको सभी कर्मचारी संगठनो में रोष है