
देहरादून में एक दर्दनाक हादसे में छह युवाओं की मौत हो गई। बल्लूपुर-गढ़ीकैंट मार्ग पर ओएनजीसी चौक पर बीएमडब्लू और इनोवा की रेसिंग के दौरान यह हादसा हुआ। इनोवा सवार सात युवाओं की कार एक कंटेनर से टकरा गई और फिर विपरीत दिशा में पेड़ से जा टकराई। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए और छह युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई।

HighLights
- कंटेनर से टकराने के बाद इनोवा कार की छत क्षतिग्रस्त
- एक युवक व युवती के सिर धड़ से हुए अलग
- बाद में पेड़ से टकराकर रुकी कार, क्षत-विक्षप्त शव बरामद
रात को पहुंचे पुलिसकर्मियों ने राहगीरों के साथ सड़क से क्षत-विक्षत शव हटाए और सफाई कराई। सुबह तक वाहन को देखने वालों की भीड़ जुटी रही। इसके बाद वाहन को कैंट कोतवाली ले जाया गया। वहां भी नजारा खौफनाक था। वाहन के क्षतिग्रस्त वाहन के अंदर कहीं सेंडिल तो कहीं पर्स पड़ा हुआ था। कार के अंदर खून ही खून बिखरा हुआ था और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कार हादसे की कहानी बयां कर रही थी।

रफ्तार के खेल में छह युवाओं की जिंदगी खत्म
देर रात शहर की सड़कों पर रफ्तार के खेल में छह युवाओं की जिंदगी लील ली। बल्लूपुर चौक-गढ़ीकैंट मार्ग पर बीएमडब्लू कार से आगे निकलने की हाेड़ में इनोवा सवार सात युवाओं की बेलगाम गति से दौड़ती कार ओएनजीसी चौक से गुजर रहे एक कंटेनर में पीछे जा घुसी व विपरीत दिशा में करीब 70 फीट घिसटती हुई एक पेड़ से जा टकराई।
कार के उड़े परखच्चे
दुर्घटना में कार की छत टूटने से एक युवक व युवती के सिर धड़ से अलग हो गए, जबकि बाकी चार के शव भी क्षत-विक्षिप्त स्थिति में मिले। इनमें एक युवक चंबा (हिमाचल प्रदेश) का रहने वाला है, जो देहरादून में अपने मामा-मामी के घर रहकर ग्राफिक एरा विवि से बीबीए कर रहा था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना पर शोक जताया है।
नई इनोवा कार की पार्टी मांग रहे थे दोस्त
दुर्घटना कैंट क्षेत्र में उस समय हुई, जब शहर के प्रतिष्ठित पटाखा कारोबारी सुनील अग्रवाल का बेटा अतुल अग्रवाल अपने छह दोस्तों को नई इनोवा कार की पार्टी देने के बाद देर रात लांग-ड्राइव पर निकला। अतुल ने धनतेरस यानी 30 अक्टूबर को ही नई कार खरीदी थी, जिसकी पार्टी दोस्त मांग रहे थे। सोमवार रात उन्होंने अपने एक दोस्त सिद्धेश अग्रवाल के जाखन स्थित आवास पर पार्टी रखी।
सिद्धेश के स्वजन शादी में गए थे जयपुर
सिद्धेश के स्वजन शादी में जयपुर गए हुए थे। पार्टी में अतुल व सिद्धेश के अतिरिक्त तीन युवतियां और दो युवक और थे। जाखन में पार्टी के बाद सातों दोस्त कार से घंटाघर, चकराता रोड होते हुए बल्लूपुर चौक पर पहुंचे और इसके बाद गढ़ीकैंट मार्ग की ओर मुड़ गए। कार की गति बेलगाम थी कि इसी दौरान पीछे से आई बीएमडब्लू कार ने उन्हें ओवरटेक किया तो उनमें रफ्तार की होड़ लग गई। कार अतुल चला रहा था तो उसने बीएमडब्लू का पीछा शुरू किया, लेकिन इसी बीच ओएनजीसी चौक पर कार बायीं तरफ से एक कंटेनर में पीछे से जा घुसी और फिर विपरीत दिशा में पेड़ से टकरा गई। कंटेनर किशननगर चौक से कौलागढ़ की ओर जा रहा था।
हर तरफ क्षत−विक्षत शव
कंटेनर से टकराने के बाद इनोवा की छत टूट गई और चालक के बगल में फ्रंट सीट पर बैठे कुणाल कुकरेजा और उसके ठीक पीछे बैठी गुनीत के सिर धड़ से अलग होकर सड़क पर जा गिरे, जबकि अन्य चार की भी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटनास्थल पर हर ओर क्षत-विक्षप्त शवों के अंग बिखरे हुए नजर आए। कार में सबसे पीछे बैठा सिद्धेश अग्रवाल बुरी तरह घायल है और उसका सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद शवों को दुर्घटनाग्रस्त कार से बाहर निकाला। छह युवाओं की मौत से शहर में पूरा दिन शोक की लहर रही।
ग्राफिक एरा के छात्र थे कुणाल, कामाक्षी व गुनीत
दुर्घटना में जान गंवाने वाले कुणाल कुकरेजा, कामाक्षी सिंघल व गुनीत कौर दून में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं थे। कुणाल व गुनीत बीबीए, जबकि कामाक्षी बीकाम की छात्रा थी। मृतकों के स्वजन व्यापारी, कारोबारी व अधिवक्ता हैं और उन सभी की भी एक-दूसरे से जान पहचान है।
घर बोला था युवा महोत्सव में जा रहे
मंगलवार शाम कुणाल अपने मामा-मामी को यह बताकर घर से निकला था कि वह दोस्तों के संग परेड ग्राउंड में चल रहे उत्तराखंड युवा महोत्सव में घूमने जा रहा और देर रात लौटेगा। वहीं, अतुल, सिद्धेश व नव्या आदि भी मिले और इसके बाद बाकी दोस्तों को भी बुलाकर सभी सातों दोस्त जाखन में पार्टी के लिए चले गए