झारखंड पितामह स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो की 33वीं पुण्यतिथि पर शहीद शहीद शक्तिनाथ महतो स्मारक इंटर कॉलेज सिजुआ में भावभीनी पुष्पांजलि दी गई। उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी एवं छात्र छात्राओ ने षुष्पांजलि अर्पित की। प्राचार्य डॉ अरुण कुमार महतो ने कहा कि”स्वर्गीय बिनोद बिहारी महतो शहीद शक्तिनाथ महतो स्मारक इंटर कॉलेज सिजुआ के संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं। इनका जन्म 23 सितंबर 1923 को झारखंड के एक छोटे से गांव में हुआ।आज जब झारखंड में भ्रष्टाचार परवान पर है,राजनेता कुर्सी के लिए कुछ भी करने को तैयार है,ऐसे समय में स्व0 बिनोद बिहारी महतो के विचारों की प्रासंगिकता और बढ़ गयी है। स्व0 बिनोद बिहारी महतो ने झारखंड में शिक्षा का अलख जगाया। बलियापुर,राजगंज, चंदनकियारी, चास सहित जगह- जगह लोगों को जागरूक कर दर्जनों स्कूल कॉलेज खोले। समाज में व्याप्त शराबखोरी, बहुपरित्याग, अंधविश्विास के खिलाफ समाजसुधार आंदोलन चलाया।झारखंड सरकार ने उनके नाम पर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी बनाया यह हमारे लिए गौरव की बात है। धनबाद लॉ कॉलेज की स्थापना इन्हीं की देन है। आप खूब पढ़ो और आगे बढ़ो जब तक आप पढ़ोगे नहीं तब तक आप अपने अधिकारों के लिए नहीं लड़ पाओगे ।समाज में पनपी कुरीतियों के खिलाफ आपको लड़ाई लड़नी है ।15 नवंबर 2000 को हमें अलग राज्य की प्राप्ति हुई। अतः हमें अपने समाज को बदलना है ।हमें प्रेरणा लेनी है कि हम समाज को एक नई दिशा दिखाएं। इंसान मर जाता है पर उसके विचार हमेशा जीवित रहते हैं । स्वर्गीय विनोद विनोद बाबू के विचारों को आत्मसात कर हमें समाज हित में देश हित में कार्य करना चाहिए।विनोद बाबू का नारा था पढ़ो और लड़ो। शिक्षित होकर ही शिक्षित समाज का निर्माण किया जा सकता है।मौके पर प्राचार्य डॉ अरुण कुमार महतो, प्रो मोकितउद्दीन, प्रो रमेश प्रसाद,प्रो समीर कुमार महतो, प्रो अविनाश कुमार,प्रो कल्पना कुमारी, प्रो राखोहारी महतो, प्रो मनोज कुमार महतो,प्रो राजू महतो, प्रो मेघनाथ महतो, प्रो राकेश कुमार महतो,प्रो दिनेश मधेशिया, प्रो राजकुमार प्रसाद , प्रो पंचानन सिंह चौधरी , प्रो शेखर महतो,प्रो चमन महतो , प्रो राजकुमारी, प्रो इंदु कुमारी, प्रो नेहा कुमारी, प्रो प्रियंका कुमारी,भुनेश्वर महतो,शांति देवी ,लाजवंती देवी,शंकर महतो, प्रदीप महतो,मोहित कुमार महतो ,जितेंद्र महतो , तेंदुलकर भट्ट,चक्रधर महतो, लालू महतो,पंकज महतो, अभिमयु महतो आदि मौजूद रहे।
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