‘ जांच के घेरे में अलीगढ़ में तैनात रहे चार बीएसए
सामान्य भविष्य निधि ( जीपीएफ ) घोटाले के मामले में अलीगढ़ में तैनात रहे चार बीएसए भी के घेरे में आ गए हैं । शासन ने इनसे जवाब मांगा है परिषदीय विद्यालयों के 520 शिक्षकों के खाते में लोन के लिए 4 करोड़ 92 हजार 39 हजार 749 रुपये का फर्जी भुगतान किए जाने मामला सामने आया है । घोटाले में अलीगढ़ में तैनात रहे 34 बीईओ भी फंस गए हैं । शिक्षकों के खाते में वर्ष 2003 से 2013 तक शिक्षा विभाग से धनराशि भेजी गई । इसके बाद जांच कमेटी बनी । इस मामले में दो बाबू भी निलंबित कर दिए गए । हालांकि , 2007 से 2010 तक के अभिलेख भी गायब हो गए । इसे भी जांच कमेटी जानबूझकर गायब किए जाने का मामला माना । इसके बाद घोटाले की जांच लगातार होती रही । जांच में अलीगढ़ में 10 दिसंबर 2012 से 21 सितंबर 2015 तक तैनात रहे बीएसए एसपी यादव ( सेवानिवृत्त ) , 21 सितंबर 2015 से 19 मई सितंबर 2016 तक तैनात रहे बीएसए संजय शुक्ला ( बस्ती ) , 19 मई 2016 से 15 मई 2018 तक तैनात रहे बीएसए धीरेंद्र कुमार यादव ( अब – फिरोजाबाद ) , 15 मई 2018 से 16 जुलाई 2021 तक तैनात रहे बीएसए डॉ . लक्ष्मीकांत पांडेय ( बुलंदशहर ) को जीपीएफ घोटाले में प्रथमदृष्टया दोषी पाया गया , जिनसे शासन ने जवाब मांगा है । घोटाले में अलीगढ़ में तैनात रहे 34 बीईओ भी फंस गए हैं । उनकी जेडी- एडी बेसिक को सौंपी गई है ।