भारतीय जनता पार्टी ने मनाया वीर बाल दिवस…
निज जाति_धर्म का, जिसे न अभिमान है वह नर नहीं निरा पशु समान है …अधिवक्ता चितरंजय पटेल
श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों जोरावर सिंह एवम् फतेह सिंह के साहस, वीरता व सर्वोच्च बलिदान की स्मृति में पूरे देश के साथ ही छत्तीसगढ़ में आज 26 दिसंबर को शहीद वीर बाल दिवस मनाया गया। इसी तारतम्य में भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय सक्ती में भी जिला स्तरीय “शहीद वीर बाल दिवस” मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम के मंचासिन अभ्यागतों के द्वारा वीर सपुतों के चित्र पर माल्यार्पण एवम् दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया, पश्चात उद्बोधन के प्रथम क्रम में श्रीमती रीता पटेल ने बालवीर सपूतों के बलिदान का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया तो वहीं कार्यक्रम के संयोजक व जिला महामंत्री घनश्याम साहू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी वीर सपूतों के बलिदान की गाथा को जन_जन तक पहुंचाने हेतु शहादत दिवस के माध्यम से प्रयासरत है।
इन पलों में उपस्थित मंचासिन वरिष्ठ अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने अपने अंदाज में कहा कि अपने निज धर्म_जाति का, जिसे न अभिमान है, वह नर नहीं निरा पशु समान है । अधिवक्ता चितरंजय ने आगे कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए सिक्ख पंथ की स्थापना कर अपनी राष्ट्र भक्ति का परिचय दिया तो वहीं उनके वीर सपूतों ने धर्म के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर मिसाल कायम किया। उनके शहादत दिवस पर हम उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।रामावतार अग्रवाल ने शहीदों के बलिदान को याद करते हुए लोगों से स्वधर्म की रक्षा के लिए संकल्पित रहने का आग्रह किया तो वहीं जिलाध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा ने बताया कि जिस तरह अल्पायु के बच्चे प्रताड़ना सह कर अपने धर्म की रक्षा के लिए बलिदान हो गए उन शहीदों के सम्मान में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह की जयंती २०२३के अवसर पर शहीद पुत्र जोरावर और फतेह सिंह की शहादत दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा किया था । कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री टिकेश्वर गबेल ने किया तो वहीं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के सह संयोजक दीपक गुप्ता ने किया ।
इन पलों में रामनरेश यादव, गोविंद देवांगन, सिदार जी, आदित्य अग्रवाल, गीता देवांगन, विक्रम प्रताप सिंह के साथ जिले के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की गरिमामय उपस्थिति रही।