
बस्ती : -3 दिनों से पत्रकार के भाई को थाने दौड़ रहे है लालगंज के प्रभारी थानेदार।
बार -बार तहरीर मे क्यों संसोधन करवा रहे प्रभारी थानेदार।
आखिर मे 1बार तहरीर बदलवाने के बाद फिर क्यों तहरीर बदलवाना चाहते है प्रभारी थानेदार।
पत्रकार के परिजन ज़ब इस तरह से दौडाया जा सकता है, तहरीर बदलाई जा सकती है तो अन्य पब्लिक के साथ क्या होता होगा पुलिस का रवैया।
तहरीर के हिसाब से मुकदमा दर्ज करने के बाद विवेचना पर एविडेंस न मिलने पर धारा को हटाया जा सकता है।
लेकिन बस्ती जिले के प्रभारी थानेदार महोदय को पहले है मिल गए है एविडेन्स इसलिए तो बार – बार तहरीर बदलवा रहे है प्रभारी थानेदार साहब।
पत्रकार के भाई के ऊपर हुआ था जानलेवा हमला।
पीड़ित बेहोशी की हालत में जिला अस्पताल में हुआ था भर्ती।
लालगंज थाना क्षेत्र के कुदरहा बाजार में सरेआम हुई थी मारपीट की घटना।
दो लोगों के विवाद को सुलझाने गया था पत्रकार का भाई पीड़ित राम आशीष
अपना झगड़ा छोड़ राम आशीष को कई लोगों ने मारपीट करो किया था लहूलुहान।
पीड़ित के सर मे भी आई थी कई जगह पर चोट।
अजीत मिश्रा