Reporter samsuddin shaikh. Hamirpur.
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी
हमारे लिए आज बजट के आंकड़ों से ज्यादा जरूरी है महाकुंभ में जिन लोगों की जान गई है वह आंकड़े। जो आंकड़े बताए जा रहे हैं वह झूठे आंकड़े हैं।”
जो सबसे बड़ी परंपरा का आयोजन नहीं कर पा रहे वह क्या दुनिया में अर्थव्यवस्था बन पाएंगे। आप लोगों को स्नान न करा पाएं क्या यह विकसित भारत की परिभाषा है?”