भागवत कथा के चौथे दिन मां काली के पांच स्वरूप को चैतन्य झांकी द्वारा किया गया प्रस्तुत
झारखंड, गोड्डा।
गोड्डा जिला अंतर्गत महागामा प्रखंड के कुशमहारा गांव स्थित शिव मंदिर प्रांगण में महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का
प्रस्तुति देते वृंदावन के कलाकार
आयोजन किया गया है। भागवत कथा के चौथे दिन वृंदा वन से पधारे कथा व्यास स्वामी अभयानंद अभिषेक शास्त्री जी ने श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराएं। भागवत कथा के दौरान बताया गया कि कैसे हिरण्यकश्यप जो दैत्यों के राजा थे उनका कैसे वध किया गया। साथ ही वृंदावन से पधारे कलाकार द्वारा माँ काली के पांच स्वरूप को चैतन्य झांकी द्वारा प्रस्तुत किया गया जो काफी मनमोहक रहा। भागवत कथा को श्रवण करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान अभयानंद अभिषेक शास्त्री के भक्ति भजनों पर श्रोता जमकर थिरके। आरती के साथ कथा का समापन हुआ। इस दौरान भंडारा का भी आयोजन किया गया जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पंकज ठाकुर, धर्मेंद्र पासवान, गोपाल ठाकुर, टिंकू राय, संतोष रविदास, सुबोध शर्मा, विवेकभानु, गौतम शाह, विकास यादव के अलावा अन्य गणमान्य लोग का योगदान सराहनीय रहा है।