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शिक्षा की अलख जगाने वाली शतायु दसिया बाई का भी हुआ सम्मान

विश्व महिला दिवस पर शिक्षकों ने किया बुजुर्ग आदिवासी महिलाओं व आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सम्मान

रीठी, कटनी।। GANESH UPADHYAY VANDE BHARAT LIVE TV NEWS KATNI MP.

विश्व महिला दिवस पर विकासखंड रीठी के जंगल के बीच बसे आदिवासी ग्राम के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नैगवां एवं शासकीय माध्यमिक शाला के प्रभारी विपिन तिवारी की अगुवाई में शिक्षकों ने आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ महिला शिक्षकों सहित गांव की दस बुजुर्ग महिलाओं का पुष्पहार, रोरी के साथ साड़ी भेंटकर सम्मान किया। इसी के साथ यहीं खुसरा ग्राम में निवास करने वाली शतायु पार कर चुकी दसिया बाई का भी उनके घर जाकर सम्मान किया गया। यह दसिया भाई वही आदिवासी महिला है जो इतनी उम्र होने के बावजूद लगातार गांव में घूम-घूम कर बच्चों को शाला जाने के लिए प्रेरित करती रही है। प्रभारी विपिन तिवारी ने बताया कि इस दूरस्थ क्षेत्र में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ही यहां लोगों की मदद करती हैं और निश्चित तौर पर ऐसे लोगों का सम्मान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिस समाज में नारी की पूजा होती है वहां देवता भी निवास करते हैं इसी भावना को लेकर ग्राम की दस महिलाओं को भी सम्मानित कर उनसे यह आग्रह किया गया कि वह गांव में जो शिक्षा की मुख्य धारा से छात्राएं वंचित हैं, उन्हें जोड़ने के लिए उनका सहयोग करें और बच्चों को स्कूल जरूर भेजें। ताकि आदिवासी अंचल के छात्र आगे पढ़कर रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकें। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र में छात्र-छात्राएं आगे की शिक्षा अध्ययन नहीं करते इसके लिए यहां के प्राचार्य और शिक्षक लगातार मेहनत कर रहे हैं और उसी के तहत कार्यक्रम में यह सम्मान विश्व महिला दिवस पर किया गया।इस अवसर पर संतोष चौधरी, प्रीति विश्वकर्मा, आरती पटेल, धर्मेंद्र सिंह, जयप्रकाश पटेल, अनिल यादव, शिवाकांत मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, पंडित रामकेत शास्त्री, पवन दुबे, जयप्रकाश तिवारी, कृष्णकांत पटेल, तिलक वर्मा, मालती कुशवाहा सहित अन्य जन उपस्थित थे।

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