
किसानों ने साफ शब्दों में कहा कि आलू किसानों के साथ शीतगृह स्वामियों और व्यापारियों द्वारा लूट की जा रही है, किसान की मेहनत और लागत को सरेआम लूटा जा रहा है।
किसान इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। नियमों से अलग प्रति पैकिट वजन अधिक लिया जाता है, किसान अपना शोषण क्यों बर्दाश्त करेगा। किसानों ने कहा कि वे शांति पूर्ण तरीके से अपनी बात जिलाधिकारी से कहने जा रहे हैं। करीब पौन घंटे की बहसबाजी के बाद जब पुलिस नहीं हटी तो किसान पैदल ही अलीगढ़ की ओर चल दिए। संवाद