
नया आधार ऐप: पहचान सत्यापन के लिए क्रांतिकारी कदम 🔒
केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नए आधार ऑथेंटिकेशन ऐप का डेमो वीडियो साझा किया है। यह ऐप पहचान सत्यापन की प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आइए जानते हैं कि यह ऐप कैसे काम करता है और इसके क्या फायदे हैं:
कैसे काम करता है यह ऐप? *
1. *QR कोड स्कैनिंग: ऐप में QR कोड स्कैन करने का ऑप्शन है, जो UPI पेमेंट स्कैनर की तरह काम करता है।
2. फेस रिकग्निशन: ऐप आपके चेहरे को स्कैन करेगा और UIDAI के डेटाबेस से मिलान कर आपकी पहचान को वेरिफाई करेगा।
3. चुनिंदा जानकारी साझा करना: आप चुन सकते हैं कि कौन सी जानकारी साझा करना चाहते हैं और कौन सी नहीं।
इसके फायदे 🌟
– प्राइवेसी की सुरक्षा: केवल आवश्यक जानकारी ही साझा होगी, बाकी डेटा सुरक्षित रहेगा।
– फिजिकल कार्ड की झंझट खत्म: अब कार्ड या उसकी फोटोकॉपी ले जाने की जरूरत नहीं होगी।
– फेक डॉक्यूमेंट की संभावना नहीं: फेस स्कैनिंग से फर्जी पहचान का खतरा कम हो जाएगा।
– साइबर फ्रॉड से बचाव: बिना आपकी अनुमति के कोई भी जानकारी एक्सेस नहीं कर सकेगा।
सीमाएं और सावधानियां ⚠️
– इंटरनेट जरूरी: ऐप का इस्तेमाल करने के लिए अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी जरूरी होगी।
– फेस रिकॉग्निशन की सीमाएं: कम रोशनी या बुजुर्गों के चेहरे स्कैन करने में थोड़ी दिक्कत आ सकती है।
– फर्जी ऐप्स से रहें सतर्क: किसी भी अनजान लिंक या कॉल से ऐप डाउनलोड न करें।
कहां से मिलेगा यह ऐप? 📱
यह ऐप Google Play Store और Apple App Store पर AadhaarFaceRd नाम से लॉन्च की गई है, लेकिन फिलहाल यह बीटा मोड में है। आम जनता अभी इसका उपयोग नहीं कर पाएगी, लेकिन जल्द ही इसे आम जनता के लिए लॉन्च किया जाएगा।