
संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा गढ़वा सगमा प्रखंड में सड़क निर्माण को लेकर राजनीति गरमा गई है। एक ओर भानुप्रताप शाही की अनुशंसा पर स्वीकृत योजना का श्रेय लेने को लेकर विधायक अनंत प्रताप देव पर आरोपों की बौछार हो रही है, तो दूसरी ओर कमीशनखोरी और किसानों की समस्याओं पर चुप्पी साधने को लेकर भी उन्हें घेरा जा रहा है।गढ़वा जिले के सगमा प्रखंड क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य को लेकर राजनीति तेज हो गई है। सगमा गांव के विक्रमा पासवान के घर से विगवा खांड तक पथ निर्माण की स्वीकृति को लेकर दो नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई खुलकर सामने आ गई है। इस संबंध में क्षेत्र के कई बुद्धिजीवियों और जनप्रतिनिधियों ने प्रेसवार्ता कर विधायक अनंत प्रताप देव पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रेसवार्ता में बताया गया कि उक्त सड़क निर्माण की मांग तत्कालीन विधायक भानुप्रताप शाही द्वारा 21 जुलाई 2023 को की गई थी। इसके आलोक में कार्यपालक अभियंता ने 3 सितंबर 2024 को स्वीकृति प्रदान करते हुए टेंडर की प्रक्रिया भी पूर्ण कर ली थी। इसके बावजूद, अनंत प्रताप देव द्वारा कमीशनखोरी के कारण पिछले नौ महीनों तक कार्य को रोके रखा गया। वक्ताओं ने कहा कि अब जब कार्य प्रारंभ होने वाला है, तो विधायक अनंत प्रताप देव अपने श्रेय लेने के लिए शिलान्यास का डंका पीटते घूम रहे हैं। प्रेसवार्ता में वक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव के बाद से अब तक अनंत प्रताप देव की अनुशंसा से एक भी सड़क निर्माण की योजना स्वीकृत नहीं हुई है। फिर भी वे जनता को गुमराह कर रहे हैं और भानुप्रताप शाही द्वारा स्वीकृत योजनाओं का शिलान्यास कर अपना राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। वक्ताओं ने सवाल उठाया कि अगर वास्तव में उक्त पथ को अनंत प्रताप देव ने स्वीकृत कराया है तो वे इसका ठोस प्रमाण प्रस्तुत करें।
वक्ताओं ने आगे कहा कि विधायक अनंत प्रताप देव ने विधानसभा चुनाव के दौरान पावर प्लांट के नाम पर वोट मांगा था। लेकिन चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले पावर प्लांट का शिलान्यास करना चाहिए था। इसके बजाय वे दूसरों की स्वीकृत योजनाओं को अपनी बताकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह जनता के साथ विश्वासघात है। प्रेसवार्ता में क्षेत्र की वर्तमान समस्याओं पर भी चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि आज भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के किसान यूरिया खाद के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं। लेकिन विधायक किसानों की समस्याओं पर चुप्पी साधे बैठे हैं। क्षेत्र में खाद की किल्लत से फसलें प्रभावित हो रही हैं और किसान परेशान हैं। ऐसे में विधायक को सबसे पहले किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए सामने आना चाहिए था, न कि योजनाओं के झूठे श्रेय की राजनीति करनी चाहिए।
वक्ताओं ने कहा कि जनता सब कुछ समझ रही है और समय आने पर इसका जवाब जरूर देगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता को गुमराह करने वाले नेताओं को अब क्षेत्र की समस्याओं का जवाब देना होगा।
इस प्रेसवार्ता में मंडल अध्यक्ष दिलीप यादव , सांसद प्रतिनिधि,राजेंद्र यादव, बब्लू ठाकुर, धरमजीत यादव, धर्मेंद्र यादव, परशु यादव, सखिचनद प्रजापति, शिवधारथ विश्वकर्मा और राजेश पासवान समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि क्षेत्र की जनता अब जागरूक है और किसी भी तरह की राजनीतिक छलावे को बर्दाश्त नहीं करेगी।