पदस्त शिक्षक की वापसी को लेकर ग्रामीणों ने सौपा कलेक्टर को ज्ञापन।।
*मूल पदस्थापना को छोड़कर पिछले 4 वर्षों से अधीक्षक पद पर बालक छात्रावास में अटैच करवाकर ओड़गी मुख्यालय में जमे हुऐ है* कोई भी अधिकारी सुध लेने वाला नहीं
सूरजपुर जिले का अति पिछड़ा ब्लॉक ओड़गी जहां आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के नाम से जाना जाता है
आज सरकार सहित प्रशासन शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम बनाने का प्रयास कर रहे हैं छात्राओं को पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दे रहे हैं लेकिन अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही से बच्चों के भविष्य के साथ किस तरह से खिलवाड़ हो रहा है यह देखने को मिला है शिक्षक के मांग को लेकर के ग्रामीण व जनप्रतिनिधि ने एक बार फिर से कलेक्टर की ओर निहार रहे है और लिखित आवेदन जिले के सबसे तेज तर्रार कलेक्टर को दे डाला है ग्रामीणों का कहना है कि हमारे द्वारा इससे पूर्व में भी पदस्थ शिक्षक जैल सिंह को वापस करने के लिए हमने सहायक आयुक्त से लेकर के कई बार जनदर्शन में भी आवेदन दिया लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं किया गया जिस कारण ग्रामीण काफी निरास लौटे हैं वही इस बार फिर से कलेक्टर को आवेदन देकर के पदस्थ शिक्षक जैल सिंह को वापस करने के लिए आवेदन दिया।
आपको बताते चलें की प्राथमिक शाला मसनकी के स्कूल में जहां लगभग 35 बच्चें शिक्षा अध्यन कर रहे हैं वही 5 महीने पहले से प्रधान पाठक निलंबित हैं और व्यवस्था के तहत वहां शिक्षक लाया गया है जो की ग्रामीणों के बताए अनुसार शिक्षा व्यवस्था बिल्कूल भी सही नही है इसकी जानकारी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को मालूम होते हुऐ भी इसपर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं वह मूक दर्शक बने देख रहे हैं जबकि ऐसा मामला में उनको यह बात उच्च अधिकारियों तक रखना चाहिए लेकिन अपने दायित्व से भागते नजर आ रहे हैं ऐसे हालात में ओड़गी शिक्षा का हाल है खस्ता बच्चों की पढ़ाई अब अंधकार मय नजर आ रहा हैं जिससे ग्रामीणों के मनसा अनुसार साय सरकार पर भरोसा उठता हुआ दिखने लगा है अगर बात करें तो ग्रामवासी है इनके रवैए से त्रस्त हैं और शिकायत करने के बाद भी शिक्षा का स्तर ठीक नही हो रहा है
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस खबर के बाद जिले के सबसे तेज तर्रार कलेक्टर क्या एक्शन लेते हैं।।
ग्रामीणों ने कहा
बार बार आवेदन निवेदन से भी ग्रामीणों को उनके समस्या पर प्रशासन गंभीर नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की बात भी आवेदन में कही गई है और ग्रामीणों का साफ कहना है कि शिक्षक जैल सिंह की वापसी नही होने के स्तिथि में ओड़गी चौक में ग्रामीण धरना पर भी बैठेंगे जिसमे मसनकी सरपंच सहित अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।।
इस विषय में महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े जी ने कहा कि शिक्षा सबका मूल अधिकार है और इस प्रकार के लापरवाही बिल्कुल सही नहीं हैं मैं इस विषय में जिला शिक्षा अधिकारी से बात कर मामला को जल्द से जल्द समाधान करने का प्रयास करूंगी ।
वही जिला शिक्षा अधिकारी ने इसपर संतोष जनक ब्यान नहीं दिया उन्होंने कहा मैं देखता हूं।
इससे पहले भी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा खर्रा में हुए स्कूल के छत गिर जाने पर सूचना दिया गया था लेकिन अभी तक उसे पर उनके द्वारा कुछ नहीं किया गया अब यह देखना है कि इस मामले को लेकर के जिला शिक्षा अधिकारी और प्रतिनिधि कैसे प्रतिनिधित्व करते हैं और पदस्थ शिक्षक को वापसी कब तक कराते हैं।।