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सहारनपुर के पठेड क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर इन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों का शोषण खुलेआम हो रहा है।

संपादकीय रिपोर्ट
झोलाछाप डॉक्टरों का बढ़ता साम्राज्य: मरीजों की जान से खिलवाड़ और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता
रिपोर्ट: एलिक सिंह, संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़

स्थान: सहारनपुर, पठेड क्षेत्र
समस्या का सार:
सहारनपुर के पठेड क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर इन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों का शोषण खुलेआम हो रहा है। जहां चिकित्सा का उद्देश्य लोगों की जान बचाना है, वहीं इन अवैध डॉक्टरों के कारण यह व्यवसाय मौत का व्यापार बनता जा रहा है।

मौजूदा स्थिति:

  1. गैरकानूनी क्लीनिक: इन झोलाछाप डॉक्टरों ने दर्जनों नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में अपने अवैध क्लीनिक खोल रखे हैं।
  2. मरीजों का शोषण: ग्लूकोज और प्रतिबंधित दवाओं का उपयोग आम हो चुका है।
  3. मेडिकल स्टोर की मिलीभगत: मेडिकल स्टोर्स भी इस गैरकानूनी कार्य में शामिल होकर, बिना योग्यता के मरीजों को इलाज दे रहे हैं।

प्रभाव:

  • मरीजों की जान को गंभीर खतरा।
  • लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़।
  • अवैध दवाइयों के उपयोग से दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं।

स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया:
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारी कुंभकर्णी नींद में हैं।

सुझाव और समाधान:

  • तत्काल निरीक्षण अभियान: स्वास्थ्य विभाग को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
  • जनजागरूकता अभियान: आम जनता को जागरूक करना आवश्यक है ताकि वे झोलाछाप डॉक्टरों के पास न जाएं।
  • सख्त कानूनी कदम: झोलाछाप डॉक्टरों और मेडिकल स्टोर्स पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

समाप्ति:
“झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक केवल स्वास्थ्य विभाग की नाकामी को उजागर करता है। यह समय है कि जिम्मेदार अधिकारी और प्रशासन गंभीर कदम उठाएं और लोगों को इस खतरे से बचाएं।”

एलिक सिंह
संपादक, वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
(संपर्क: 8217554083)

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