राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का बदनावर के कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। राहुल गांधी की आमसभा में हजारों की संख्या में उमड़े जन सैलाब ने बदनावर की धरती पर विधायक भंवरसीह शेखावत की मेहनत कार्यकर्ताओं की लगन एवं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार के नेतृत्व में बदनावर में राहुल जी की आमसभा ऐतिहासिक बना दिया। आमसभा में 50 हजार से अधिक लोगों ने सहभागिता कर राहुल के इरादे और मजबूत कर दिए। कांग्रेस के युवा नेता राहुल गांधी ने भी जनसैलाब को देखते हुए यहां काफी लंबा समय दिया। न्याय यात्रा के दौरान राहुल जी करीब 3 घंटे तक बदनावर सभा में मौजूद रहे। गजानंद नगरी में आयोजित आमसभा में जन सैलाब ने एक बार फिर कांग्रेस के वजूद पर मोहर लगा दी। राहुल गांधी ने 20 मिनट के उद्बोधन में प्रमुख रूप से आदिवासी एवं युवाओं के अधिकार को लेकर चर्चा की। राहुल जी ने आदिवासियों के लिए जल जमीन व जंगल का महत्व बताते हुए वनवासी और आदिवासी में क्या फर्क है इस पर भी ध्यान आकर्षण किया।
- कांग्रेस राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का बुधवार दोपहर बड़नगर से बदनावर आगमन हुआ। बड़ी चौपाटी के पास गजानन नगरी के सभा स्थल पर राहुल गांधी ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें भाजपा के चाल चरित्र व चेहरे पर शर्म आती है। जब कोई भाजपा कार्यकर्ता ही किसी आदिवासी पर पेशाब करने की घटना का वीडियो बनाकर वायरल करता है। इससे घटिया बात और क्या हो सकती है। यह हमें आदिवासियों के प्रति भाजपा की सोच का इशारा करती है। उन्होंने आदिवासी एवं वनवासी के बीच अंतर बताते हुए कहा कि आदिवासी ही इस देश के जल जंगल व जमीन के असली मालिक है किंतु बीजेपी वाले इनके लिए वनवासी शब्द का उपयोग कर इन्हें अपनी विरासत से बेदखल करना चाहते हैं। सरकार इन्हें मालिक नहीं बल्कि मजदूर बना कर ही रखना चाहती है।
उन्होंने कहा कि आज भी कोई आदिवासी भाई किसी निजी विद्यालय या अस्पताल का मालिक नहीं है और न ही उस जमीन का मालिक है। इससे यह स्पष्ट है कि भाजपा का गरीब, दलित व शोषित वर्ग से कोई सरोकार नहीं है वह केवल पूंजीपति वर्ग की ही संरक्षक है। अदानी जैसे एक दो पूंजीपत्तियों का देश की आर्थिक स्थिति पर कब्जा हो गया है। वे ही पूरा उद्योग कारोबार चला रहे हैं।उन्होंने घोषणा की कि हम आर्थिक जातिगत गणना करके क्रांतिकारी कदम उठा रहे हैं। इससे हर समाज की वास्तविक स्थिति सामने आएगी। एमएसपी की मांग के बारे में कहा कि जहां एक ओर किसान सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहा है। किंतु सरकार उन पर लाठियां बरसा कर आंदोलन को कुचलने के लिए आमादा है। वहीं दूसरी ओर सरकार देश के पूंजी पत्तियों के 16 लाख करोड़ रुपए माफ कर देती है। लेकिन वह किसानों को एमएसपी देने के लिए तैयार नहीं है। मैं आपसे वादा करता हूं कि हमारी सरकार बनने पर एमएसपी तत्काल लागू करेगी।