संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट गढ़वा
श्री बंशीधर नगर से
श्री बंशीधर नगर के अलकर एवं तुलसीदामर गांव में हुए धर्मांतरण मामला तूल पकड़ता जा रहा है। धर्मांतरण में संलिप्त लोगों पर कानूनी कार्रवाई नहीं होने से संघ परिवार की आंखें गुस्से से लाल हैं। संघ के अनुषांगिक संगठन विहिप और बजरंग दल ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर धर्मार्मांतरण पर अंकुश नहीं लगा और इस आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो चरणबद्ध आंदोलन होगा।
विहिप और बजरंग दल के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी शेखर जमुआर से मिलकर तत्संबंधी ज्ञापन समर्पित किया है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल विहिप के जिला मंत्री सोनू सिंह ने कहा कि श्री बंशीधर नगर अनुमंडल अलकर एवं तुलसीदामर गांव में ईसाई संप्रदाय को मानने वाले लोगों के द्वारा भोले- भाले ग्रामीणों को अंधविश्वास की आड़ में और प्रलोभन देकर धर्मान्तरित करने का कुत्सित कुकर्म किया जा रहा है। यह संविधान के अनुच्छेद-25 का भी घोर उल्लंघन है। झारखण्ड राज्य में झारखण्ड धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम, 2017 लागू है, जिसके अंतर्गत इस प्रकार के धर्मान्तरण को संज्ञेय और गैर जमानतीय अपराध की श्रेणी में रखा गया है।
उन्होंने कहा कि धर्मांतरण में संलिप्त लोग कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीसी से मामले में उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है। अगर अविलंब कार्रवाई नहीं हुई तो विहिप और बजरंग दल संयुक्त रूप से चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगा। प्रतिनिधिमंडल में बजरंग दल के संयोजक शुभम कुमार चौबे, करण कुमार समेत कई अन्य लोग शामिल थे।