अस्पताल संचालकों ने नोटिसों का नहीं दिया जवाब
पंजीकरण का नवीनीकरण न होने पर दिए गए नोटिस पर निजी अस्पतालों से कोई जवाब नहीं आया । स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई कर सकता है पंजीकृत निजी अस्पतालों को हर वर्ष नवीनीकरण कराना होता है । जनपद में करीब 350 अस्पताल हैं । 250 से अधिक अस्पतालों का नवीनीकरण हो चुका है । कई अस्पतालों के आवेदन आधे – अधूरे होने पर वापस कर इन्हें समय दे दिया गया । कुछ ऐसे भी मिले , जिनके आवेदन ही नहीं आए थे । ऐसे अस्पतालों का निरीक्षण कर विभागीय टीम ने नोटिस थमा दिए । कुछ अस्पताल ऐसे हैं , जिनका जवाब डेढ़ माह बीतने के बाद भी नहीं आया है । एसीएमओ डा . दिनेश खत्री ने बताया कि जिन अस्पतालों का नवीनीकरण नहीं हुआ है , वे अपंजीकृत की श्रेणी में आते हैं । ऐसे अस्पताल संचालकों को नोटिस दिए गए थे । जवाब न मिलने पर अस्पताल सील किए जाएंगे । कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है ।