चोर बिना सबूत व्यंग्य करता है! इस बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्ष के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगी. प्रेस को छूट नहीं दी जाएगी. बीजेपी नेताओं के ‘भाषण’ को बिना सबूत छापने वाले मीडिया के खिलाफ भी ममता कानूनी कार्रवाई करने जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने श्रीरामपुर की बैठक से औपचारिक चेतावनी जारी कर दी.
श्रीरामपुर की सभा में ममता ने अफसोस जताते हुए कहा, ”मेरे नाम पर कोई सबूत नहीं है, कोई जानकारी नहीं है, और चोर ने इसे बना दिया!” मैंने अपने जीवन में कभी किसी की एक कप चाय नहीं खाई, और मुझे चोर कहा जाता है! रोज़ का कहना है कि तृणमूल ने इसे चुरा लिया। तुमने कहाँ चोरी की? पूछो किसकी जेब चोरी हुई है।”
मुख्यमंत्री के शब्दों में, ”मैं कोर्ट जा रहा हूं, मानहानि का मुकदमा करूंगा. मैं अब विदा होने वाली दुल्हन नहीं हूं. मैं कसकर पकड़ लूंगा. अखबार हर दिन झूठ बोल रहा है।” ममता ने कई मीडिया के खिलाफ भी अपना गुस्सा जाहिर किया. उनकी चेतावनी, “दैनिक समाचार पत्रों में इसके विपरीत कहा जा रहा है!” मैं खुद पर मुकदमा कर रहा हूं. कोई प्रकाशक-प्रकाशक नहीं है, उन अखबारों को पैसा मिल रहा है और वे छाप रहे हैं।”
- ममता ने याद दिलाया कि वह सात बार के सांसद हैं. वह केंद्रीय मंत्री भी रहे. राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रहे. वह एक भी वेतन नहीं लेते. लेकिन सीबीआई ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया. इसके बाद उन्होंने फिर चेतावनी भरे लहजे में कहा, ”जिस दिन मैं उन्हें पेड़ से बांध सकूंगा और अच्छे से दुलार कर सकूंगा, उस दिन उन्हें झूठ बोलने की कीमत समझ में आएगी!”