जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ द्वारा माननीय मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत संख्या 40014324032363
में झूठे तथ्य प्रस्तुत करके जांच को किया जा रहा है गुमराह
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि
जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ बार-बार माननीय मुख्यमंत्री पोर्टल पर एवं जिला अधिकारी महोदय अलीगढ़ को झूठे तथ्य प्रस्तुत करके जांच को गुमराह करते हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय अलीगढ़, सह जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय एक विद्वान अधिकारी होने के बावजूद संयुक्त शिक्षा निदेशक अलीगढ़ मंडल डॉ मुकेश अग्रवाल का13 अक्टूबर 2022 वाला पत्र संलग्न करते हैं। यदि नियमानुसार नियुक्ति हुई होती तो 25 अप्रैल 2023 पत्रांक संख्या 430- 31पर संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ मुकेश अग्रवाल को फर्जी नियुक्ति प्रकरण में पुनः जांच ना लिखी जाती। संयुक्त शिक्षा निदेशक अलीगढ़ मंडल द्वारा16 अगस्त 2024में पुनः जांच लिखी।
नियुक्तियां नियमानुसार हुई होती तो प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ 2 दिसंबर 2021 में यह नहीं लिखता कि जिला संगठन आयुक्त एवं जिला प्रशिक्षण आयुक्त (स्काउट और गाइड दोनों) कुल चार पद रिक्त है।
जिला सचिव द्वारा 11-9-2021में उपरोक्त पदों पर फर्जी नियुक्त करके फर्जी नियुक्ति पत्र बांटे गए। उपरोक्त पदों के नियुक्ति पत्रों पर प्रादेशिक मुख्य आयुक्त लखनऊ के हस्ताक्षर होने थे मगर जिला सचिव अलीगढ़/प्रधानाचार्य तलेसरा इंटर कॉलेज तलेसरा श्री डालेश कांकरान जी द्वारा हस्ताक्षर कर दिए गए।
उपरोक्त पदों पर तीन सरकारी प्रधानाचार्य श्री अंबुज जैन, डॉक्टर इंदू सिंह, श्री डालेश कांकरान जी जो कि भारत स्काउट और गाइड में भी कार्यरत है, फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त है। क्योंकि इन्हीं की मिली भगत से सब फर्जी नियुक्ति हुई। डॉ मुकेश अग्रवाल ने इसलिए 25 अप्रैल 2023 में फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त एवं फर्जी नियुक्त की जांच लिखी।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय अलीगढ़ में दिनांक 1-5-2023 क्रम संख्या 343 पर रजिस्टर में उपरोक्त पदों पर फर्जी नियुक्ति प्रकरण से संबंधित सैकड़ो जांच पत्र अंकित है।
कार्यालय में बाबुओं से ज्ञात हुआ के पूर्व में भी पत्र प्राप्त हुए हैं लेकिन श्री अंबुज जैन प्रधानाचार्य बगैर रजिस्टर में अंकित किये जबरन सैकड़ो जांच पत्रों को यहां से उठा ले गए हैं। क्योंकि जांच में उनका भी एक नाम है। लेकिन आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
इसी तरह से संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय अलीगढ़ मंडल अलीगढ़ में प्राइवेट एनजीओ में कार्यरत कविता पांडे जी द्वारा फर्जी नियुक्ति प्रकरण भारत स्काउट और गाइड के सैकड़ो जांच पत्र गायब कर दिए गए और उन्हें बाबूलाल जैन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री अंबुज जैन के पास रख दिया गया। मगर आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
जब 25 अप्रैल 2023 में फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त तीनों सरकारी प्रधानाचार्य की जांच चल रही है। 30 जून 2023 में कैसे प्रतिबंध लगा सकते हैं। और इन्हीं को बार-बार जांच दी जाती है। यानी की निष्पक्ष जांच ना हो। माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश की भी अवहेलना की जा रही है, क्योंकि जिन पर फर्जी नियुक्ति प्रकरण में जांच चल रही है तो उनको जांच कैसे दी जा रही है।
प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ द्वारा प्रतिबंध की बात जो लिखी गई है, वह भी फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त तीनों सरकारी प्रधानाचार्यो द्वारा रिपोर्ट बनाकर भेजी गई है। जोकि झूठे तथ्यों पर आधारित है। सन 2018 से फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त एवं फर्जी नियुक्त की जांच नहीं हो रही है। बल्कि शिकायतकर्ता को प्रतिबंधित किया जाता है। मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। बीमार होने के बावजूद इस कार्यालय से वह कार्यालय तक दौड़ाया जाता है।
जिला सचिव/प्रधानाचार्य तलेसरा इंटर कॉलेज तलेसरा श्री डालेश कांकरान जी द्वारा
माननीय राज्य सूचना आयोग के आदेश पर 14 जनवरी 2024 में यह लिखित में दिया जाता है कि जिला संगठन आयुक्त एवं जिला प्रशिक्षण आयुक्त (स्काउट और गाइड दोनों कुल चार पद)
का कोई रिकॉर्ड कार्यालय में उपलब्ध नहीं। प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ के नियुक्ति पत्र अधिकार पत्र नहीं। इससे स्पष्ट होता है कि उपरोक्त पदों पर फर्जी नियुक्ति है। फर्जी नियुक्त कार्य कर रहे हैं। फर्जी नियुक्ति की सूचना जब जिला सचिव द्वारा दे दी गई तो फिर माननीय राज्य सूचना आयोग में और क्या बल दिया जाता। जिला सचिव एवं जिला विद्यालय निरीक्षक एवं सह जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ ही बताएं।
वर्षों से नवीनीकरण शुल्क बैंक खाते में जमा कराने के के बावजूद तीनों सरकारी प्रधानाचार्य जो फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त हैं, पक्की रसीदें जिला अंश एवं प्रदेश अंश की नहीं दे रहे हैं।
माननीय शहर विधायक मुक्ता संजीव राजा जी द्वारा दिनांक 3 अगस्त 2024, 17 अगस्त 2024 में भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़ में फर्जी नियुक्ति प्रकरण में निष्पक्ष जांच के लिए लिखा गया। नवीनीकरण शुल्क की रसीदें देने के लिए भी लिखा गया। मगर आज तक निष्पक्ष जांच नहीं हुई और ना ही रसीदें मिली।
सन 2018 से फर्जी नियुक्ति प्रकरण में निष्पक्ष जांच हो। भारत स्काउट और गाइड के बैंक खाते अलीगढ़ की जांच हो। क्योंकि इस तरह से स्वतंत्र दल एवं स्वतंत्र कंपनियों को पक्की रसीदें ना देकर बंद कर दिया गया।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ