
10 माह बाद बच्चे को देख रो पड़ी माँ
थाना सिविल लाइन के ग्राम बहेड़ी मे 14 वर्षीय दिव्यांग बच्चा शिवा (बोलने और सुनने मे असमर्थ हैं )- पुत्र देवेंद्र, 10 माह पूर्व नवंबर 2023 मे घर से नाराज़ होकर चला गया था और फिर भटकते हुए बच्चा बिहार राज्य मे पहुँच गया! वहाँ संदिग्ध हालात मे पुलिस और चाइल्ड लाइन ने बच्चे को पाया और सहरसा जिले के बाल गृह मे बच्चे को प्रवासित करा दिया ! इधर बच्चे के माता पिता ने अलग-अलग तरीके से बच्चे को तलाशने के लिए थाने में जाकर बच्चे की गुमशुदा होने की रिपोर्ट भी लिखवाई, इसी बीच बच्चे के माता-पिता का संपर्क समग्र विकास संस्थान के साथियों से हुआ ! संस्था ने बच्चे की तलाश में अलग-अलग राज्यों में अपने अन्य संस्था साथियों से संपर्क किया और बच्चे की गुमशुदगी के पोस्टर चस्पा करवाएं! लगभग आठ माह पश्चात जुलाई 2024 में बिहार राज्य के सहरसा जिले के थाना प्रभारी के माध्यम से बच्चे की जानकारी प्राप्त हुई! इसके बाद संस्था ने अपनी सहयोगी संस्था CRY के सहयोग से सहरसा जिले की CWC से संपर्क कर बच्चे की सुपुर्दगी की प्रक्रिया प्रारम्भ करवाई गई ! दिनांक 20/08/2024 को बाल संरक्षण इकाई सहरसा (बिहार) द्वारा बच्चे को बदायूँ भेजने के लिए आदेश पारित किया फिर वहां से ट्रेन का टिकट देरी से मिलने के कारण दिनांक 12/09/2024 को चाइल्ड लाइन व बाल संरक्षण इकाई की टीम बच्चे को लेकर बिहार से रवाना हुई और अगले दिन 13 सितम्बर 2024 को बाल कल्याण समिति बदायूं के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिस पर बच्चे का मेडिकल टेस्ट व अन्य कानूनी कार्यवाही के बाद बच्चे को माता-पिता के सुपुर्द किया गया! बच्चे को देखते ही मां अपने आंसू को रोक नहीं पाई और लगभग 10 माह बाद बच्चे को गले लगा कर फूट फूट कर रोने लगी ! संस्था के अथक प्रयास से लम्बे समय बाद शिवा वापस अपने घरवालों से मिल सका जिसके लिए नम आंखों से माता-पिता ने संस्था का धन्यवाद व्यक्त किया।