महाकुम्भ नगर वरिष्ठ संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे से एक दिन पहले प्रयागराज आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को झूंसी की ओर अखाड़ा मार्ग देखने गए। सेक्टर 20 के त्रिवेणी मार्ग पर मुख्यमंत्री दोपहर 2:58 बजे पहुंचे। सबसे पहले त्रिवेणी पांटून पुल के पास पहुंचे और यहां की तैयारियों के बारे में पूछा।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि इसी पांटून पुल से अखाड़े शाही स्नान के लिए जाएंगे। इस बार व्यवस्था अच्छी रखने के लिए बगल में ही एक-एक अतिरिक्त पुल बनाया जा रहा है। इस दौरान प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने बताया कि पिछले कुम्भ के दौरान यहां पर 22 पुल बनाए गए थे। इस बार आठ अतिरिक्त पुल बनाए गए हैं। सीएम ने मेलाधिकारी से मार्ग की चौड़ाई के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री पांटून पुल तक पहुंचे तो साथ में खाकचौक व्यवस्था समिति के प्रधानमंत्री महामंडलेश्वर संतोष दास ‘सतुआ बाबा मौजूद थे। सतुआ बाबा ने पांटून पुल पर सीएम को बुलाया लेकिन पुल खुला नहीं था। किनारे आकर सीएम ने इस पुल का निरीक्षण किया।
मेलाधिकारी को काम समय से कराने के लिए कहा। सीएम इसके बाद अपने वाहन में बैठकर जाने लगे। तभी बड़ा उदासीन अखाड़े की छावनी के बाहर संत दिखे। मुख्यमंत्री खुद को रोक नहीं सके और वाहन से बाहर आकर छावनी के प्रवेश द्वार पर आ गए। संतों ने कहा कि अंदर आएं तो सीएम ने कहा कि सभी तैयारियों हो रही हैं, आज तो प्रधानमंत्री के दौरे के निरीक्षण के लिए आया हूं। फिर आऊंगा तो अंदर आऊंगा। इस दौरान अखाड़े के महंत धर्मदास ने माला पहनाकर सीएम का स्वागत किया। इसके बाद सीएम सामने ही महानिर्वाणी अखाड़े की छावनी पर भी पहुंचे। यहां पर भी संतों ने उनसे भीतर आने के लिए कहा तो सीएम ने अगली बार आने का आश्वासन दिया। सीएम का काफिला आगे बढ़ा तो निरंजनी अखाड़े की छावनी के द्वार पर भी संतों की टोली मौजूद दिखी तो फिर मुख्यमंत्री ने कार रुकवाई और यहां भी संतों ने उनका अभिनंदन किया। जिसके बाद वो आगे निकल गए। सीएम ने सभी जगह संतों को आश्वस्त किया कि काम अच्छा हो रहा है।