समीर वानखेड़े चंद्रपुर महाराष्ट्र:
महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार कल (15 दिसंबर) राजभवन, नागपुर में आयोजित किया गया। इसमें महायुति के 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। इनमें 33 कैबिनेट और 6 राज्य मंत्रियों को मंत्री पद का मौका मिला है। इस शपथ ग्रहण समारोह के बाद अब महायुति के नेता नाराज हो गए हैं। ऐसे में बीजेपी के दो वरिष्ठ नेताओं को कैबिनेट में जगह न मिलना कई लोगों की चिंताएं बढ़ा रहा है। इसमें पूर्व मंत्री रवींद्र चव्हाण और सुधीर मुनगंटीवार का नाम है। क्या नाराज हैं बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार?ऐसा प्रश्न निर्माण हो गया है। इसके पीछे कारण यह है कि मुनगंटीवार नागपुर में मौजूद होने के बावजूद विधानमंडल के शीतकालीन सत्र से अनुपस्थित रहे । मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जहां एक ओर महायुति के नेताओं में नाराजगी का नाटक चल रहा है, वहीं चर्चा है कि इसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं।
मौन एक साधना है
इसी बीच जब इन्हीं बातों को लेकर सुधीर मुनगंटीवार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे लिए परेशान होने की कोई वजह नहीं है। मैं अब तक पार्टी द्वारा दिए गए आदेशों और जिम्मेदारियों का पालन कर रहा हूं।’ लेकिन आज विधानमंडल का ज्यादा काम नहीं था इसलिए मैं अनुपस्थित था। वास्तव में मुझे पता है कि जब मैं अधिवेशन में उपस्थित नहीं रहूंगा , तब बिना किसी कारण के मुझसे कई सवाल पूछे जा सकते हैं, इसलिए मैं इन सवालों का जवाब देने के बजाय मौन सर्वार्थ साधनम की तरह चुप रहना पसंद करता हूं, सुधीर मुनगंटीवार स्पष्ट करते हैं। मैं कहीं भी नाराज नहीं हूं। सुधीर मुनगंटीवार ने यह भी कहा कि मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है, मैंने उसे ईमानदारी से निभाया है और आगे भी निभाऊंगा।
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