सिद्धार्थ नगर।
माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में इस तरह के 30 से 40 मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। जिन्हें हड्डी व जोड़ों में दर्द की सबसे अधिक समस्या हो रही है। डॉक्टरों ने बताया कि पूर्व लगी चोट व ठंड में नसों का सिकुड़न होने से ऐसी समस्या हो रही है।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विमल द्विवेदी ने बताया कि जिन्हें पहले से गठिया है, ठंड में उनकी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ठंड की शुरुआत से ही दर्द और सूजन परेशान करने लगती है। जुवेनाइल अर्थराइटिस से पीड़ित बच्चों में भी दर्द बढ़ जाता है।
इसके अलावा पहले कभी दुर्घटना में हड्डियां या लिगामेंट आदि क्षतिग्रस्त हुए हैं, तो उस स्थिति में भी इस मौसम में दर्द बढ़ जाता है। अस्वस्थ जीवन शैली और खान-पान की गड़बड़ियां इसके मुख्य कारण हैं।
प्राणायाम व व्यायाम करने से मिलेगी निजात : प्राणायाम और व्यायाम करने से हड्डियों को गर्माहट मिलती है। जोड़ों को मजबूत बनाया जा सकता है। इससे हड्डी व जोड़ों में दर्द नहीं होता व पैरों में अकड़न की समस्या सामने नहीं आती है। जो लोग सर्दियों में धूप नहीं सेंकते व शारीरिक गतिविधि काम करते हैं।