
समीर वानखेड़े:
एक कार चालक ने बाइक सवार एक मजदूर को टक्कर मारकर घायल करने के बाद असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा कर दी। घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के बहाने उन्होंने उसे कार में डाल लिया और कुछ दूर एक पुल के नीचे फेंक दिया। समय पर इलाज न मिलने के कारण मजदूर की मौत हो गई। यह घटना सोमवार रात हिंगना पुलिस स्टेशन की सीमा में घटी। मृतक श्रमिक का नाम कृष्णा बुलसे है। रूपेश वकाले और कृष्णा बुलसे दोनों निर्माण मजदूर थे और गुमगांव में एक निर्माण स्थल पर गए थे। यह घटना तभी घटी। जब यह पता चला कि दोनों घायल कर्मचारी अस्पताल में नहीं हैं तो तलाश शुरू की गई। जब पुलिस को घटना की सूचना दी गई तो सुबह करीब चार बजे मजदूर चिंचभुवन पुल के नीचे बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। तभी यह घटना प्रकाश में आई। इस घटना से पूरा नागपुर शहर हिल गया है।
सोमवार रात 8 बजे निर्माण मजदूर कृष्णा बुल्के और रूपेश वकाले दोपहिया वाहन से घर लौट रहे थे। राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के निकट एक तेज गति से आती सफेद कार ने एक दोपहिया वाहन को जोरदार टक्कर मार दी। कृष्ण घायल हो गए और उनके सिर पर चोट आई। वहां नागरिकों की भीड़ जमा हो गई तो चालक ने इलाज के बहाने कृष्णा को कार में बिठा लिया। हालाँकि, जब वह चिंचभुवन पुल के पास पहुंचा, तो वह कार से बाहर निकला और कृष्णा को कार से बाहर फेंक दिया। इसके बाद चालक घटनास्थल से भाग गया। इस घटना ने पूरे नागपुर को हिलाकर रख दिया है।
इस बीच रूपेश ने पुलिस को फोन पर हादसे की सूचना दे दी थी। पुलिस ने जब खोजबीन की तो पता चला कि घायल कृष्णा को मेयो, मेडिकल, एम्स या किसी अन्य अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया था। पुलिस जब उसकी तलाश कर रही थी तो वह सुबह करीब चार बजे चिंचभुवन पुल के नीचे बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। पुलिस उसे अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। समय पर उपचार न मिलने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी कार चालक की तलाश शुरू कर दी है। इसके लिए विभिन्न सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है।