
गोंडा जनपद के डीएम नेहा शर्मा ने शुरू की नागरिक संगम् जन सवाद कार्यक्रम की नई पहल
जनपद में अधिकारियों के यहाँ हो रहे शिकायतों के निस्तारण की होगी सार्वजनिक समीक्षा ,शिकायतों की निस्तारण में अधिकारी के साथ जनता भी करे शिकायती पत्रों की समीक्षा व संबाद।
एक ही शिकायत को पीड़ित द्वारा कई पटल पर शिकायत पत्र देना मतलब पीड़ित का नही मिला न्याय नही हुआ गुणवत्ता पूर्व निस्तारण,इसको लेकर डीएम गोंडा ने शुरू किया प्रदेश में पहला पहल , अधिकारियो और कर्मचारियों की भी तय होगी जबाबदेही।
चार अधिकारी नामित ::
आम जनमानस को बरगला कर अधिकारी कर्मचारी काटते है मलाई , सिस्टम से न्याय की आस में फरियादी की घिस जाते है कई जोड़ी चप्पलें, बिक जाते जेवर व जमीन,फिर भी मामला का नही मिलता निस्तारण, केवल खाना पूर्ति करते है कर्मचारी अधिकारी।
डीएम गोंडा से बस्ती के अधिकारियों को लेनी चाहिए सीख ,कुछ नया तरीके से जनता की समस्यायों का हो निस्तारण, फरियादी को ऑफिस के चक्कर से मिले निजात।
जनपद बस्ती में डीएम, कमिश्नर, एस पी आईजी, सभी एसडीएम, सीओ एयर कंडीशनर कमरे में बैठ कर करते है बाबूगिरी नही दिखता अधिकारियों काम करने का तरीका
इंटर मीडिएट प्रमाणपत्र से बाबू पेशकार, सिपाही , दरोगा चला रहे जिला ,फिर जनपद में बड़ी डिग्री धारकों वाले साहब क्या है काम,